Jharkhand CRPF Jawan Martyr: झारखंड (Jharkhand) के चतरा (Chatra) जिले में 4 दिन पहले 18 सितंबर को प्रतापपुर थाना क्षेत्र में नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) जवान चितरंजन कुमार (Chittaranjan Kumar) की रांची (Ranchi) के मेडिकल अस्पताल में इलाज के दौरान बुधवार की रात लगभग 11 बजे मृत्यु हो गई. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार की दोपहर राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) रांची के धुर्वा स्थित सीआरपीएफ शिविर पहुंचकर जवान चितरंजन कुमार के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी.


सीआरपीएफ मुख्यालय में दी गई अंतिम सलामी 
सीआरपीएफ कमांडेंट मनोज कुमार ने बताया कि नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के दौरान जवान को पैर और कमर में गोली लगी थी, जिसके बाद उन्हें बेहतर उपचार के लिए चतरा से एयरलिफ्ट कर रांची में भर्ती करवाया गया था. उन्होंने बताया कि घायल जवान की स्थिति बुधवार की रात को अचानक बिगड़ गयी और उन्हें बचाया नहीं जा सका. उन्होंने बताया कि जवान के पार्थिव शरीर को रांची स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय में लाया गया जहां उन्हें अंतिम सलामी दी गयी, जिसमें राज्यपाल रमेश बैस एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए.






राजगीर के रहने वाले थे शहीद चितरंजन
मनोज कुमार ने बताया कि शहीद चितरंजन बिहार के राजगीर जिले के रहने वाले थे. परिवार में माता-पिता, पत्नी और 2 बच्चे हैं. रांची में अंतिम सलामी देने के बाद शहीद के शव को उनके पैतृक गांव राजगीर अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया. राज्यपाल रमेश बैस और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जवान चितरंजन कुमार के परिजनों को ढांढस बंधाया तथा उनके साथ गहरी संवेदना प्रकट की.




शहादत को भुलाया नहीं जा सकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि जवान के परिजनों को राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी. उन्होंने कहा कि चितरंजन कुमार के शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है.


ये भी पढ़ें: 


Jharkhand Politics: BJP नेता बोले 'समझदार हैं वोटर', खतियान और आरक्षण नीति से नहीं पड़ेगा फर्क 


Jharkhand Naxalites: झारखंड में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से कराया गया मुक्त