Jharkhand News: झारखंड के हजारीबाग में साइबर अपराधियों द्वारा राशन वितरण पोर्टल (Ration Distribution Portal) को हैक करने का मामला सामने आया है. हजारीबाग (Hazaribagh) के जिला आपूर्ति अधिकारी अरविंद कुमार ने कहा कि हैकरों ने उनकी वेबसाइट को हैक कर लिया जिससे जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली बुरी तरह प्रभावित हुई.
अरविंद कुमार ने कहा कि आम तौर पर वह इस वेबसाइट और अपने अकाउंट के माध्यम से वे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए पीवीटीजी (जिसमें बिरहोर, आदिवासी और अन्य वंचित वर्ग शामिल हैं) खाताधारकों के लिए ग्रीन कार्ड प्रिंट करते हैं. साइबर हमलावरों ने ग्रीन कार्ड को लाल रंग में बदल दिया, जिसकी वजह से लोगों को राशन नहीं मिल रहा है.
ऑफिस बंद होने के दौरान हुई हैकिंग
उन्होंने कहा, "आम तौर पर हम पीवीटीजी ग्रीन कार्ड धारकों को 78,000 राशन कार्ड बांटते है लेकिन हैकिंग की वजह से 1,014 ग्रीन कार्ड प्रिंट नहीं किए जा सके."उन्होंने आगे कहा कि इससे पहले गिरिडीह और देवघर जिलों की वेबसाइट को भी हैक किया जा चुका है. अधिकारी ने कहा कि इस हैकिंग की वजह से कुल 8 जिले प्रभावित हुए हैं.
डीएसओ ने कहा कि हैकिंग की वजह से बने फर्जी कार्डों को उन्हें रद्द करना पड़ा. उन्होंने कहा कि हैकिंग उस समय हुई जब उनका ऑफिस बंद था. पहले हैकिंग 8.34 बजे हुई इसके बाद देर रात 1 बजे हैकिंग को अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि जांच के बाद उन्होंने रिपोर्ट को राज्य सरकार और हजारीबाग की उपायुक्त नैन्सी सहाय को सौंप दी है.
साइबर सेल को सौंपी गई मामले की जांच
उन्होंने कहा कि उपायुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उनसे तुरंत इस मामले में थाने में FIR दर्ज करने को कहा. हजारीबाग के एसपी मनोज रतन ने कहा कि यह चिंता का विषय है. एसपी ने कहा कि मैंने साइबर सेल के इंस्पेक्टर को मामले की गहराई से जांच करने और अपराधियों क पकड़ने का निर्देश दिया है. वहीं पहले इस हैकिंग का पता लगाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र सिंह देव ने राज्य सरकार से लाभार्थियों को दोबारा से राशन कार्ड जारी करने का उपाय करने की मांग की है.