(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Dhanbad Judge Death Case: आरोपियों के खिलाफ अब सेशन कोर्ट में चलेगा मुकदमे का ट्रायल, जानें- पूरा मामला
Jharkhand News: धनबाद (Dhanbad) के जज उत्तम आनंद (Uttam Anand) की मौत (Death) के मामले में ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा के खिलाफ अब सेशन कोर्ट में मुकदमे का ट्रायल चलेगा.
Dhanbad Judge Uttam Anand Death Case: धनबाद (Dhanbad) के जज उत्तम आनंद (Uttam Anand) की मौत (Death) के मामले में जेल में बंद ऑटो चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा के खिलाफ अब सेशन कोर्ट में मुकदमे का ट्रायल चलेगा. सीबीआई के विशेष दंडाधिकारी सह एसडीजेएम अभिषेक श्रीवास्तव की अदालत में बुधवार को दोनों आरोपियों के खिलाफ लंबित मुकदमे का दौरा सुपुर्द कर दिया गया. जज उत्तम आनंद की मौत कोई हादसा नहीं, बल्कि साजिश भी हो सकती है. इस पूरे मामले को पहले सड़क हादसा माना जा रहा था, लेकिन जब घटना के सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो हत्या का एंगल भी सामने आया. माना जा रहा है कि मौत के पीछे कोई गहरी साजिश है.
आरोपियों ने ट्रायल फेस करने की कही बात
दोनों आरोपियों को 8 दिसंबर को सेशन कोर्ट में उपस्थित कराने का निर्देश दिया गया है. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार को दोनों आरोपियों को एसडीजेएम की अदालत के समक्ष पेश किया गया था. ऑटो चोरी के मामले में आरोपियों ने अदालत द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए चोरी करने और साक्ष्य छिपाने की घटना से इनकार करते हुए ट्रायल फेस करने की बात कही. अदालत ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आरोप का गठन करते हुए सीबीआई को इस मामले में गवाह प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.
आखिर कैसे हुई जज की मौत
28 जुलाई 2021, दिन- बुधवार, समय- सुबह 5 बजे. जज उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक कर अपने घर की ओर लौट रहे थे. सड़क पूरी तरह से सूनसान थी. जज साहब सड़क के किनारे एकदम बाईं ओर टहल रहे थे. उसी समय वहां पीछे से एक ऑटो रिक्शा आया. ऑटो रिक्शा सड़क के बीचों बीच सीधे चल रहा था, लेकिन फिर अचानक ऑटो रिक्शा जज उत्तम आनंद की तरफ मुड़ गया और उन्हें टक्कर मार दी. ये पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई.
कुछ देर बाद स्थानीय लोगों ने जज उत्तम आनंद को सड़क किनारे पड़े देखा. लोगों ने उन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया. यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इस बीच जज जब काफी देर तक घर नहीं लौटे तो परिजनों ने मामले की सूचना सदर थाना पुलिस को दी. पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की. अस्पताल में एक लावारिस शव की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची. जज के बॉडीगार्ड ने उनके शव की पहचान की.
परिवार ने लगाया हत्या का आरोप
जज उत्तम आनंद की मौत के बाद परिवार ने आरोप लगाया कि ये कोई सड़क हादसा नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है. वहीं, सीसीटीवी फुटेज ने भी जज की मौत पर कई सवाल खड़े कर दिए. शुरुआती जांच में पता चला है कि ये ऑटो रिक्शा भी चोरी का था.
क्या हाई प्रोफाइल मामलों से है कनेक्शन
जज उत्तम आनंद अपनी अदालत में हाई प्रोफाइल हत्या के मामलों में सुनवाई कर रहे थे. ऐसे 15 से अधिक आपराधिक मामले थे. इसलिए इस पूरे मामले को इन हाई प्रोफाइल केस से भी जोड़कर देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि घटना से कुछ दिन पहले ही जज उत्तम आनंद ने धनबाद के चर्चित नीरज सिंह हत्याकांड मामले में दो गैंगस्टर्स की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी. धनबाद नगर निगम के डिप्टी मेयर नीरज सिंह की एके-47 रायफल से हत्या कर दी गई थी.
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