Dhanbad Judge uttam anand Murder Case: धनबाद (Dhanbad) के जज उत्तम आनंद (Uttam Anand) हत्याकांड को लेकर सीबीआई ( CBI) जेल में बंद दोनों आरोपियों की एक बार फिर से नार्को, ब्रेन मैपिंग समेत 4 टेस्ट कराएगी. गुरुवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की अदालत में इसकी मंजूरी दे दी है. सीबीआई ने इसके लिए अदालत में दरख्वास्त डालकर दोनों का दोबारा टेस्ट कराने के लिए गुजरात के गांधी नगर (Gandhi Nagar) ले जाने इजाजत मांगी थी. अदालत ने इसके लिए 6 दिसंबर से 29 दिसंबर तक कुल 23 दिनों के लिए ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने की मंजूरी दी है.
मिले हैं अहम सुराग
सीबीआई ने कोर्ट को समर्पित आवेदन में कहा है कि पूछताछ के दौरान जज हत्याकांड में गहरी साजिश और मास्टरमाइंड के विषय में कई अहम सुराग मिले हैं, इसका सत्यापन जरूरी है. सुराग मिलने के बाद जेल में दोनों से पूछताछ की गई. पूछताछ के दौरान दोनों आरोपी लगातार बयान बदल रहे हैं, इसलिए दोनों का दोबारा नार्को और ब्रेन मैपिंग सहित अन्य टेस्ट कराने की आवश्यकता है, ताकि साजिश और मास्टरमाइंड का पता लगाया जा सके. सीबीआई ने अदालत को बताया कि नार्को के लिए दोनों आरोपियों ने अपनी सहमति भी स्वेच्छा से दी है.
पहले भी हो चुका है टेस्ट
इसके पहले बीते 16 अगस्त को सीबीआई जेल में बंद आरोपी लखन वर्मा और राहुल वर्मा का नार्को और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने के लिए कोर्ट के आदेश पर गुजरात लेकर गई थी. टेस्ट के बाद भी सीबीआई को इस मामले में कुछ विशेष सुराग नहीं मिला था.
आखिर कैसे हुई जज की मौत
बता दें कि, 28 जुलाई 2021, दिन- बुधवार, समय- सुबह 5 बजे. जज उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक कर अपने घर की ओर लौट रहे थे. सड़क पूरी तरह से सूनसान थी. जज साहब सड़क के किनारे एकदम बाईं ओर टहल रहे थे. उसी समय वहां पीछे से एक ऑटो रिक्शा आया. ऑटो रिक्शा सड़क के बीचों बीच सीधे चल रहा था, लेकिन फिर अचानक ऑटो रिक्शा जज उत्तम आनंद की तरफ मुड़ गया और उन्हें टक्कर मार दी. ये पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई थी. सीबीआई इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर छानबीन कर रही है.
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