(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jharkhand: दुमका में बच्चियों के साथ हुई हैवानियत के खिलाफ लोगों में आक्रोश, BJP बोली 'ये आम लोगों की आग है'
Ranchi News: दुमका (Dumka) में छात्रा की जलाकर और किशोरी की रेप के बाद हुई हत्या पर लोगों में आक्रोश है. इस बीच बीजेपी नेताओं ने हेमंत सोरेम (Hemant Soren) सरकार र निशाना साधा है.
Jharkhand Dumka Closed: 12वीं की छात्रा को पेट्रोल छिड़ककर जलाने और एक नाबालिग किशोरी से रेप (Rape) के बाद उसकी हत्या कर लाश को पेड़ से टांग देने जैसी घटनाओं पर झारखंड (Jharkhnd) की उपराजधानी दुमका (Dumka) में जनाक्रोश उबाल पर है. सोमवार को आदिवासी संगठनों के आह्वान पर पूरा दुमका बंद रहा. इस दौरान सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन (Protest) किया. सुबह 6 बजे से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर गए. चौक-चौराहों पर लोगों ने लाठी-डंडों, तीर-धनुष के साथ प्रदर्शन बंद किया. बाजार पूरी तरह बंद रहे, दुकानों पर ताले लटके रहे. यात्री बसों और वाहनों का परिचालन पूरी तरह बंद रहा. शहर के सिदो कान्हू मुर्मू चौक, पोखरा चौक, टिन बाजार, हटिया, जिला स्कूल, दुधानी में बड़ी संख्या में लोग विरोध जताने उतरे.
'दुमका ही नहीं पूरे झारखंड का आक्रोश है'
वहीं इस पूरे मामले पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने हेमंत सरकार पर निशाना साधा. बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा कि, ''ये दुमका ही नहीं पूरे झारखंड का आक्रोश है. होनहार युवा आदिवासी छात्रों का ये ग़ुस्सा लव जिहाद में आदिवासी-ग़ैर आदिवासी बच्चियों को शिकार बनाने के खिलाफ है. तीर-धनुष से सावधान करने की ''हेमंत सोरेन, होश में आओ'' की इस चेतावनी के मायने समझने में और देरी मत कीजिये मुख्यमंत्री जी.''
ये दुमका ही नहीं पूरे झारखंड का आक्रोश है। होनहार युवा आदिवासी छात्रों का ये ग़ुस्सा लव जिहाद में आदिवासी-ग़ैर आदिवासी बच्चियों को शिकार बनाने के खिलाफ है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) September 5, 2022
तीर-धनुष से सावधान करने की “हेमंत सोरेन, होश में आओ” की इस चेतावनी के मायने समझने में और देरी मत कीजिये मुख्यमंत्री जी। pic.twitter.com/9H71iTTidI
'ये आम लोगों की आग है'
गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने भी ट्वीट कर कहा कि, ''यह है गरीब आदिवासी बच्चियों का यौन शोषण, बलात्कार, हत्या व झारखंड राज्य को इस्लामिक स्टेट बनाने की साज़िश के खिलाफ आदिवासियों का संथालपरगना में विरोध, आज पूर्ण बंदी है. यह आम लोगों की आग है जिसकी लपटों में झुलस कर सोरेन परिवार दुमका छोड़ने को मजबूर हो जाएगा.''
यह है गरीब आदिवासी बच्चियों का यौन शोषण,बलात्कार,हत्या व झारखंड राज्य को इस्लामिक स्टेट बनाने की साज़िश के खिलाफ आदिवासियों का संथालपरगना में विरोध,आज पूर्ण बंदी है ।यह आम लोगों की आग है जिसकी लपटों में झुलस कर सोरेन परिवार दुमका छोड़ने को मजबूर हो जाएगा pic.twitter.com/pqL74IqGF5
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) September 5, 2022
आरोपियों को फांसी देने की मांग
गौरतलब है कि, प्रदर्शन कर रहे लोग हत्या के आरोपियों अरमान अंसारी, शाहरूख और नईम को फांसी देने की मांग कर रहे थे. उन्होंने मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग रखी. जनाक्रोश और बंद के एलान को देखते हुए पुलिस अलर्ट मोड में रही. इससे पहले रविवार की शाम विभिन्न संगठनों के आह्वान पर कैंडल मार्च निकाला गया था. आक्रोशित लोगों ने सीएम हेमंत सोरेन का पुतला भी दहन किया था.
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