(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Dumka: गोली मारकर महिला की हत्या, फिर बंद पड़े पत्थर खदान में शव को बोरे में बांध कर फेंका
Dumka Murder: दुमका में एक पत्थर खदान में महिला का शव बरामद हुआ था. उसकी शिनाख्त कर ली गई है. उसके पहले पति ने उसकी शिनाख्त की. मामले में पुलिस महिला के दूसरे पति से पूछताछ कर रही है.
Jharkhand Crime: अवैध सम्बन्ध के शक में आखिरकार एक महिला को जान से हाथ धोना पड़ा. हत्यारों ने बड़ी बेरहमी से महिला को हत्या कर एक बंद खदान मे फेंक दिया था. पुलिस ने इस मामले में तीन को गिरफ्तार किया है. जबकि दो फरार है. दुमका पुलिस ने रविवार (18 जून) को हुई ब्यूटी पार्लर चलाने वाली एक महिला की हत्या का मामला को सुलझा दिया है. इस मामले में एक महिला सहित उसके देवर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के अनुसार हत्या की इस वारदात को बड़ी ही सुनयोजित तरीके से हत्या का अंजाम दिया था. हत्यारों ने पहले उस महिला को बुलाया और उसके साथ दुमका के एक होटल में खाया पिया फिर उसे हंसडीहा ले जाने के लिए उसे एक चार पहिया वाहन में बिठाया फिर सुनसान इलाके में उसे सिर और गर्दन पर गोली मारकर हत्या कर दी.
हत्यारे लाश को ठिकाने लगाने के लिए हंसडीहा स्थित पानी से भरे एक बंद खदान मे शव को बोरे भरा और शव को एक पत्थर से बांधकर खदान में फेंक दिया. पुलिस के अनुसार इस घटना को पांच लोगों ने मिलकर अंजाम दिया था,लेकिन कहते है कि कानून के बहुत लम्बे होते हैं. इस कानून के शिकंजे से हत्यारो का बचना नामुमकिन था आखिरकार हत्यारे पुलिस के हत्थे चढ़ गये.
बड़ी बेदर्दी से हुईअनिशा की हत्या
दुमका जिले के हंसडीहा थाना क्षेत्र के चोरबटिया गांव स्थित बंद पड़े पत्थर खदान से रविवार को एक 32 वर्षीय महिला का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई.शव को पहले हत्या की गई थी उसे गोली भी मारी गई थी फिट उसे ठिकाने लगाने के लिए एक बंद पत्थर खदान मे शव को पहले एक बोरे मे भर कर उसे रस्सी से बांधा गया फिर दूसरे छोर पर एक बड़े पत्थर बांध कर पानी से भरे बंद खदान मे फेंका दिया गया.. ताकि पानी से भरे खदान के अंदर चला जाये लेकिन हत्यारों कि किस्मत रस्सी बीच में टूट गई और शव किसी पत्थर मे अटक गया जिसे सुबह ग्रामीणों ने देख इसकी सूचना पुलिस को दी.
पुलिस ने किया इन चिजो को बरामद
शव मिलने की सूचना पर हंसडीहा थाना की पुलिस घटना स्थल पर पहुंच और बड़ी मशक़्क़त के बाद रस्सी के सहारे शव को पत्थर खदान से बाहर निकाला. शव की शिनाख्त महिला के पास से बरामद पर्स में रखें आधार कार्ड और बैंक पासबुक से हुई . मृतक की पहचान हंसडीहा निवासी पूर्व पति विनोद जायसवाल की पत्नी मनीषा कुमारी के रूप में हुई. वहीं घटना स्थल से पुलिस ने मंगलसूत्र, लेडीज पर्स, लेडीज सेंडिल, खून लगे कपड़े, और खून का सेम्पल बरामद किया है. घटना स्थल पर चार पहिये वाहन के निशान भी मिले. यही नहीं मृतक के पैर में पायल भी जस के तस थी.
पुलिस ने पति से की पूछताछ
पुलिस ने शव को देख कर ऐसा लगा था कि किसी ने पहले उसकी हत्या कही और कर शव को ठिकाने लगाने के लिए पानी से भरे बंद खदान में शव को पत्थर से बांध कर फेंक दिया.पुलिस हत्या की इस बिंदुओं पर अपना तफ्तीश शुरू किया और शक के आधार पर प्रकाश मंडल और उसकी पत्नी से पूछताछ शुरू की. तकनीकी सेल के सहारे मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस शक यकीन में बदल गया. पुलिस ने जब कड़ाई से पूछ ताछ पर प्रकाश की पत्नी टूट गई और हत्या की पूरी वरदात परत दर परत बताती चली गई.
देवर के साथ मिलकर हत्यारे को दी सुपारी
जानकारी के मुताबिक मनीषा के पहले पति विनोद जायसवाल मनीषा का डिवोर्स न्यायालय से दिसम्बर 2022 में हो गया था. तलाक के पहले से ही वे दुमका में रह रही थी.और ब्यूटी पार्लर चला रही थी.इस दरम्यान जयप्रकाश मंडल के संपर्क मे आयी और उससे अवैध सम्बन्ध हो गया. इस दरम्यान मनीषा का गर्भ भी ठहर गया. लेकिन वो गर्भपात करा दिया गया. इधर जय प्रकाश मंडल की पत्नी को यह सब देख उसे नगवार गुजरा कई बार ओस मामले को लेकर अक्सर झगड़ा होने लगा उसे मनीषा को छोड़ने के लिए कहा लेकिन जयप्रकाश उसे छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुआ.
रास्ते में गोली मार कर हत्या कर दी
अक्सर उससे मिलने जुलने का सिलसिला जारी रहा. जय प्रकाश की पत्नी आशा ने मनीषा को अपने रास्ते से हटाने के लिए अपने चचेरे देवर को कहा. देवर ने लखपतिया उर्फ़ मुमताज़ के साथ मिलकर हत्या करने की एक गहरी साजिश रची. इसके लिए मुमताज़ ने बाहर से दो अन्य लोगों को सुपारी दी. साजिश के अनुसार शनिवार (17 जून) की रात को एक कार में सवार होकर पांचो दुमका गये. फिर मनीषा को अपने साथ लेकर दुमका रिया रमन होटल मे खाना खाया. फिर उसे हंनडीहा ले जाने के बहाना बनाकर उसे अपने वाहन पर बिठाया. फिर बीच रास्ते मे उसे गोली मार कर हत्या कर दी. शव को ठिकाने लगने के लिए हँसडीहा स्थित पानी से भरे एक बंद पत्थर खदान मे फेंक फरार हो गये.
मनीषा का पहले पति से हुआ तलाक
मनीषा मूल रूप से बिहार के भागलपुर के एकचारी गांव की रहने वाली थी. वर्ष 2008 में उसकी शादी हँसडीहा के विनोद जायसवाल से हुई थी. शादी के बाद उसे एक पुत्री और एक पुत्र हुआ. जो अपने पिता विनोद जायसवाल के साथ हंसडीहा में रहते हैं.अति महत्वाकांक्षी मनीषा का बीते दिसंबर माह में उसके पहले पति विनोद जायसवाल के बीच न्यायालय से तलाक हो गया है. उनके दोनों बच्चे न्यायालय के द्वारा विनोद को कस्टडी दी गई है. मनीषा अक्सर अपने बच्चों से मिला करती थी. हालांकि बच्चे को या बच्चे की मां को आपस में मिलने में कोई प्रतिबंध नहीं था जब कभी उन लोगों को मिलने का मन करता था तो वे लोग आपस में मिला जुला करते थे.
मृतक के शरीर पर पाए गए हैं गोलियों के निशान.
मनीषा के सिर और गर्दन पर दो जगह गोलियों के निशान पाए गए हैं.वहीं शव के चेहरे पर खून लगे रहने के कारण शव को पहचान पाना मुश्किल हो रहा था. फिर शव के समीप से मिले पर्स में आधार कार्ड व बैंक पासबुक से शव की शिनाख्त हुई.
क्या कहती है पुलिस
इधर एस डी पी ओ शिवेंद्र ठाकुर के अनुसार महिला की लास रहस्यमय ढंग से मिली थी. पुलिस अधीक्षक दुमका ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले के उद्भेदन के लिए एसडीपीओ जरमुंडी के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया. पुलिस ने तकनीकी सेल की सहायता से घटनास्थल को खंगाला. इस दौरान शक के आधार पर जयप्रकाश और उसकी पत्नी को हिरासत मे लेकर कड़ी पूछ ताछ की तो सारा भेद सामने आ गया. जय प्रकाश की पत्नी ने अपने चचेरे देवर के साथ इस घटना को अंजाम देने के लिए लखपतिया उर्फ़ मुमताज़ को हायर किया. इस पूरे घटना का मास्टरमाइंड मुमताज़ ने दो अन्य लोगों को लेकर इस घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने इस हत्या मे शामिल आशा देवी, उसके चचेरे देवर और कांड का मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अब भी दो अन्य आरोपी फरार है. पुलिस ने हत्या के वारदात मे उपयोग उस वाहन को भी जब्त कर लिया है.