Dumri By Election 2023: बाबूलाल मरांडी ने की झारखंड सरकार की तालिबानियों से तुलना, बोले- 'हेमंत सोरेन को इसलिए मिले सजा...'
Dumri By Election: बाबूलाल मरांडी ने कहा, राज्य में खुलेआम गिरोह बनाकर भ्रष्टाचार और आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. इस पर कार्रवाई करने की बजाय सीएम हेमंत सोरेन उनको संरक्षण दे रहे हैं.
Jharkhand Dumri By Election 2023: झारखंड में डुमरी उपचुनाव के आखिरी दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर होते दिख रहे हैं. इस बीच प्रचार के दौरान हेमंत सोरेन के शासन की तुलना बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने तालीबानी शासन से की है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन (hemant Soren) राज्य में तालिबानी शासन चला रहे हैं. मुख्यमंत्री या सरकार की गलत नीतियों के विरोध में आवाज उठाने वालों को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है.
डुमरी से करेंगे शुरुआत
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि, राज्य में खुलेआम संगठित गिरोह बनाकर भ्रष्टाचार और आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. इस पर कार्रवाई करने की बजाय सीएम हेमंत सोरेन की सरकार ऐसे तत्वों को संरक्षण देने का काम कर रही है. इसके साथ ही अपने फेसबुक पर उन्होंने एक वीडियो डाला, जिसमें वे यह कहते नजर आ रहे हैं कि हेमंत सोरेन के लूटतंत्र और जंगलराज को ध्वस्त करने के लिए राज्य में भाजपा-आजसू गठबंधन की सरकार स्थापित करनी है. आप लोग डुमरी से इसकी शुरुआत करें.
तालीबानीकरण को रोकना होगा
झारखंड में जिस तरह से हो रहा है, ऐसा लगता है कि राज्य में तालिबानियों का शासन है. लोग सुरक्षित नहीं है. इसलिए हमलोग झारखंड को अपराध मुक्त कराना चाहते हैं. बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन राज्य तालीबानीकरण करना चाहते हैं. उन्होंने जमशेदपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि, राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति देखिए कि हाईकोर्ट को छुट्टी के दिन भी स्वत: संज्ञान लेकर एक्शन लेना पड़ रहा है. अपराधियों को जेल में बंद करना ये हेमंत सोरेन से संभव नहीं हो सकता है.
राज्य में फैला भ्रष्टाचार
हेमंत सोरेन वैसे लोगों को संरक्षण देते हैं. वैसे लोगों को बचाते हैं. ये लोग जेल तभी जाएंगे जब यहां बीजेपी और आजसू की सरकार बनेगी. लोगों ने उन्होंने कहा कि इस राज्य में भ्रष्टाचार आकंठ है. राज्य सरकार के किसी भी ऑफिस में आप जाएंगे तो बिना पैसा से काम नहीं होता है. ब्लॉक में जाइए, अंचल में जाइए, थाना में जाइए या जिला में जाइए हर जगह पैसा देना होता है. आय प्रमाणपत्र बनाना हो, आवासीय प्रमाणपत्र बनाना हो, जाति प्रमाणपत्र बनाना हो तो पैसा लगेगा. यहां तक की मृत्यू प्रमाणपत्र बनाने के लिए भी पैसा लगेगा. इसे अब खत्म करना होगा.