Jharkhand News: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) की विरासत कौन संभालेगा? उनकी मौत के बाद लोगों की नजर अगले शिक्षा मंत्री की तरफ है. आखिर किसे मिलेगा शिक्षा मंत्री का ताज. अब सवाल हर तरफ सुनाई देने लगा है. जगरनाथ महतो ने काफी जिम्मेदारी से शिक्षा मंत्री की भूमिका निभाई. उनका सपना था कि झारखंड के सरकारी स्कूलों की तुलना निजी स्कूलों से होने लगे. उन्होंने सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूलों में बदलने का सफल प्रयास भी किया.


झारखंड में किसे मिलेगा शिक्षा मंत्री का ताज?


झारखंड वासियों की हक की लड़ाई में हमेशा डटकर खड़े रहे. कयास लगाए जा रहे हैं कि जगरनाथ महतो के बेटे को मंत्रीपद मिल सकता है. जगरनाथ महतो के निधन से खाली हुई सीट पर उपचुनाव होगा. झारखंड में इससे पहले पांच उपचुनाव हो चुके हैं. दुमका, बेरमो, मधुपुर, मांडर और रामगढ़ उपचुनाव पर सबकी नजरें टिकी थीं.


हेमंत सोरेन की दुमका सीट छोड़ने से हुए उपचुनाव में भाई बसंत सोरेन ने जीत दर्ज की. राजेंद्र सिंह की मौत के बाद बेरमो उपचुनाव में बेटे अनूप सिंह को जनता ने वोट देकर विधानसभा भेजा.


जगरनाथ महतो के निधन से पैदा हुआ सवाल


हाजी हुसैन अंसारी की मौत के बाद बेटे हफीजुल हसन ने मधुपुर उपचुनाव में जीत दर्ज कर जेएमएम कोटे से मंत्री बने. मांडर उपचुनाव में बंधु तिर्की की बेटी नेहा तिर्की को जीत मिली. रामगढ़ में ममता देवी के जेल जाने से खाली हुई सीट पर पति बजरंग महतो को कांग्रेस ने टिकट दिया लेकिन आजसू प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा.


ऐसे में अब झारखंड छठे उपचुनाव का सामना करेगा. बता दें कि जगरनाथ महतो शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. बोकारो के भण्डारीदह स्थित पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया. जगरनाथ महतो को अंतिम विदाई देने के लिए सीएम हेमंत सोरेन और कई मंत्री मौजूद थे. 


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