Jagarnath Mahto Last Rites: झारखंड के शिक्षा और मद्द निषेध मंत्री जगरनाथ महतो (Jagarnath Mahto) का पार्थिव शरीर शुक्रवार (7 अप्रैल) को झारखंड की राजधानी रांची पहुंचा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सहित कैबिनेट के तमाम मंत्रियों और विधायकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर उनके विधानसभा क्षेत्र डुमरी ले जाया गया. वहां श्रद्धांजलि दिए जाने के बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भंडारीडीह स्थित अलारगो ले जाया गया. यहां जगरनाथ महतो के चाहने वाले समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने 'जगरनाथ दा अमर रहे, हमारा टाइगर अमर रहे' के नारे लगाए, पैतृक आवास पर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके बाद अंत्येष्ठि के रीति रिवाज पूरे किए गए और दामोदर नदी घाट पर जगरनाथ महतो के इकलौते बेटे अखिलेश महतो ने उन्हें मुखाग्नि दी. पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्ठि हुई. इस दौरान सूबे के तमाम मंत्री और विधायक उनकी अंत्येष्ठि मे उपस्थित रहे.
सीएम पहुंचे थे पार्थिव शरीर लेने
रांची में सीएम हेमंत सोरेन खुद एयरपोर्ट पर जगरनाथ महतो के पार्थिव शरीर को लेने पहुंचे थे. सीएम हेमंत ने जगरनाथ महतो के पार्थिव शरीर को कंधा दिया. इसके बाद जेएमएम कार्यालय में श्रद्धांजलि देने के बाद सीएम जगरनाथ महतो के पैतृक गांव बोकारो भंडारीडीह के आलारगो पहुंचे. यहां जगरनाथ महतो की पत्नी से मुलाकात कर शोक व्यक्त करते हुए ढांढस बंधाया. बोकारो के चंडंकियारी सेंड आर्टिस्ट ने अपनी कला से उन्हें श्रद्धांजलि दी.
मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर बोकारो जिले में हर ओर मातम छाया हुआ है. हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है. इसी क्रम में चंदांकियारी के सेंड आर्टिस्ट शंकर महतो ने मंत्री जगरनाथ महतो का दामोदर नदी के किनारे उनकी तस्वीर उकेरी और श्रद्धांजलि दी. मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर राज्य सरकार ने झारखंड में दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है. 14 मार्च को उनकी तबीयत खराब हुई थी जिसके बाद उन्हें चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था.