Jharkhand News: झारखंड के सरायकेला जिले में बाहा बोंगा पर्व के दौरान शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की नीतियों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि मरांडी की डोमिसाइल नीति लागू होती तो राज्य की शिक्षा व्यवस्था बेहतर होती. साथ ही, उन्होंने पूर्ववर्ती BJP सरकार पर झारखंड के शिक्षा तंत्र को कमजोर करने का आरोप लगाया.


मैट्रिक परीक्षा के पेपर लीक मामले पर पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस पर उन्हें कुछ कहने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सच्चाई सबके सामने आ चुकी है. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.


जल्द बहाल होंगे 26,000 शिक्षक – रामदास सोरेन
रामदास सोरेन ने दावा किया कि उन्होंने अपने कार्यकाल में 40 सरकारी डिग्री कॉलेज खोलने का काम किया है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के कार्यकाल में कॉलेजों के लिए जगह चिन्हित की गई थी, लेकिन उनकी सरकार ने इसे आगे बढ़ाया और इन्हें स्थापित किया. शिक्षा मंत्री ने घोषणा की कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार जल्द ही 26,000 शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इसके अलावा, जनजातीय भाषा के 10,000 शिक्षकों की भर्ती भी की जाएगी, जिससे झारखंड के युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे. 


रामदास सोरेन सरायकेला के बाहा बोंगा पर्व में पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए और पूजा-अर्चना की. उन्होंने कहा कि बाहा पर्व आदिवासी संस्कृति को एकजुट करता है और इसे आगे बढ़ाना समाज का दायित्व है. इस पर्व में 150 से अधिक गांवों के हजारों ग्रामीणों ने भाग लिया.


समारोह में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, पूर्व प्रत्याशी गणेश महाली, कृष्णा बास्के, डॉ. राजू सोरेन, मांझी बाबा मंगल सिंह टुडू, रामदास टुडू, कोंदा बेसरा, हेमंत मार्डी, प्यारेलाल प्रधान, रामू मुर्मू और शंकर मुखी समेत कई समाजसेवी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे.


राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार और नई भर्तियों के साथ ही विपक्षी पार्टी के बाबूलाल मरांडी की प्रशंसा को लेकर उनकी घोषणाओं से आने वाले दिनों में राजनीतिक हलचल तेज होने की संभावना है.



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