Jharkhand Election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव में भी राजनीतिक परिवार के प्रत्याशियों की मौजूदगी साफ तौर पर देखी जा रही है. परिवारवाद का आरोप लगाने वाली राजनीतिक पार्टी ने भी स्थापित नेताओं के बेटे या फिर बेटी को टिकट दिया है. राजनीतिक घरानों से 8 ऐसे प्रत्याशी हैं जो पहली बार चुनाव में उतर रहे हैं. इनमें पूर्व मुख्यमंत्रियों के रिश्तेदार भी शामिल हैं. 


इंडियन एक्सप्रेस ने निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि राजनीति में पहली बार कदम रखने जा रहे इन 8 प्रत्याशियों में 5 बीजेपी के हैं.  बाबूलाल सोरेन, पूर्णिमा दास साहू, मीरा मुंडा, शत्रुघ्न महतो और तारा देवी वे पांच नाम हैं जिन्हें बीजेपी ने टिकट दिया है. आलोक सोरेन जेएमएम नेता नलिन सोरेन के बेटे हैं. जेएमएम नेता जगत मांझी को उनकी मां जोबा माझी की जगह टिकट दिया गया है. पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशत आलम को चुनाव में उतारा गया है.


चंपाई के बेटे को मिला टिकट


बाबूलाल सोरेन पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के बेटे हैं. चंपाई सोरेन खुद सरायकेला से प्रत्याशी हैं तो उनके 40 वर्षीय बेटे घाटशिला से मैदान में हैं. बाबूलाल सोरेन का मुकाबला जेएमएम के विधायक रामदास सोरेन से है.


अर्जुन मुंडा की पत्नी, रघुबर दास की बहू भी मैदान में


पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा लंबे  समय से राजनीति में एक्टिव हैं. इस बार पोटका से चुनाव लड़ रही हैं जो सीट फिलहाल जेएमएम के पास है. झारखंड के पूर्व सीएम और ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास की बहू पूर्णिमा दास को जमशेदपुर पूर्व से टिकट दिया गया है. इस सीट से पहले रघुबर दास विधायक रह चुके हैं. उनके सामने कांग्रेस के अजय कुमार हैं.


बीजेपी के तीन बार के विधायक डुल्लू महतो के बड़े भाई शत्रुघ्न महतो को टिकट मिला है. शत्रुघ्न बाघमारा से प्रत्याशी हैं. बीजेपी के निवर्तमान विधायक इंद्रजीत महतो की पत्नी तारा देवी भी इस बार चुनाव में किस्मत आजमा रही हैं. उन्हें सिंदरी से टिकट दिया है. 


पत्नी संभालेंगी आलमगीर की विरासत


पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशत आलम का भी नाम है. वह घरेलू महिला हैं और पहली बार राजनीति में कदम रख रही हैं. उन्हें कांग्रेस ने पाकुड़ से टिकट दिया गया है.  जेएमएम ने पूर्व मंत्री जोभा मांझी के बेटे जगत मांझी को मैदान में उतारा है. जगत जेएमएम के यूथ विंग में काम कर चुके हैं. जेएमएम ने नलिन सोरेन के बेटे को शिकारीपाड़ा से टिकट दिया है. आलोक पेशे से बिजनसमैन हैं और उनके पास एमबीए की डिग्री है.


बता दें कि झारखंड की सीएम की कुर्सी पर काबिज हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन भी राज्य के सीएम रह चुके हैं. सोरेन परिवार से कल्पना सोरेन और बसंत सोरेन मैदान में हैं. वहीं हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. वो शिबू सोरेन के दिवंगत बेटे दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं.


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