झारखंड चुनाव के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका, मानस सिन्हा BJP में शामिल, लगा दिया ये आरोप
Jharkhand Election 2024: झारखंड कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा भवनाथपुर से टिकट नहीं मिलने से नाराज थे. बीजेपी में शामिल होने से पहले उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.
Manas Sinha Join BJP: झारखंड कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इसे विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. उन्होंने असम के सीएम और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के सह-प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया.
झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच मानस सिन्हा के इस फैसले से इंडिया गठबंधन के खिलाफ बीजेपी को मजबूती मिलेगी. बीजेपी में शामिल होने के बाद मानस सिन्हा ने कहा, ‘‘मैंने पिछले 27 साल से कांग्रेस पार्टी की सेवा की और अलग-अलग पदों पर काम किया, लेकिन पार्टी में समर्पित कार्यकर्ताओं के लिए कोई सम्मान नहीं रह गया है. इसलिए मैंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया.’’
#WATCH | Ranchi, Jharkhand: Former congress working President Manas Sinha joined BJP in the presence of Assam CM and BJP co-in-charge for Jharkhand Assembly elections, Himanta Biswa Sarma pic.twitter.com/ZwEPfxcyoI
— ANI (@ANI) October 28, 2024
मानस सिन्हा ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. असम के मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस में उन कार्यकर्ताओं का कोई महत्व नहीं है, जिन्होंने पार्टी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने कहा कि सिन्हा के अनुभव का उपयोग राज्य स्तर पर पार्टी को मजबूत करने और चुनाव जीतने के लिए किया जाएगा.
असम के सीएम ने कांग्रेस पर बोला हमला
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी में चुनाव के लिए टिकट तीन मानदंडों के आधार पर दिए जाते हैं. पहला पार्टी को पैसा दो, दूसरा विधायक, सांसद या मंत्री के प्रतिष्ठित परिवारों से जुड़े होना चाहिए और तीसरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपशब्द कहने वाला हो.
झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को हटाने की झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की मांग के सवाल पर हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि यह शायद पहली बार है जब कोई सत्तारूढ़ पार्टी किसी अधिकारी को हटाने की मांग कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘अधिकारी को सत्तारूढ़ सरकार द्वारा नियुक्त किया गया है. अब वे उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं. वास्तव में वे चाहते थे कि अधिकारी राजनीतिक रूप से उनकी मदद करें लेकिन ये हो नहीं पाया.’’
दरअसल, झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम ने रविवार को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) दो वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने की मांग की और आरोप लगाया कि वे बीजेपी के पक्ष में काम कर रहे हैं.
झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए 13 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान होना है। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी.
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