Irfan Ansari Controversial Remarks: जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी सीता सोरेन पर अमर्यादित टिप्पणी कर बुरे फंस गये हैं. राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने झारखंड के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रधान सचिव-गृह, उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक जामताड़ा को नोटिस जारी कर 3 दिनों में जांच कर रिपोर्ट मांगा है. बता दें कि विधानसभा चुनाव में इरफान अंसारी का मुकाबला बीजेपी की प्रत्याशी सीता सोरेन से है. चुनाव से पहले दोनों प्रत्याशियों में जमकर बयानबाजी हो रही है.


इस बीच, अमर्यादित बयान देकर विधायक इरफान अंसारी विपक्ष के निशाने पर आ गये. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इरफान अंसारी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस महिला और युवा विरोधी है. क्या राहुल गांधी घटिया बयान देने वाले का टिकट वापस लेंगे?" केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस से ऐसे लोगों को कैबिनेट से हटाने की मांग की है. सीता सोरेन का आरोप है कि कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी ने नामांकन के बाद अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया.


बुरे फंसे कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी


उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी से बयान के लिए माफी की मांग की. सीता सोरेन का कहना है कि इरफान अंसारी का बयान महिलाओं का अपमान है. गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी पहले भी बयानों की वजह से विवादों में रहे हैं. उन्होंने जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को असली राम बताकर बखेड़ा खड़ा कर दिया था. बीजेपी ने कांग्रेस विधायक के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी. इरफान अंसारी ने कल्पना सोरेन को सीता भाभी और दुर्गा का अवतार बता था.


बीजेपी नेताओं ने धमकी देते हुए कहा था कि भगवान की किसी लुटेरे से तुलना करना ठीक नहीं होगा. झारखंड में चुनावी माहौल चल रहा है. प्रत्याशी एक दूसरे पर वार पलटवार कर रहे हैं. सीता सोरेन का कहना है जामताड़ा में हार को देखकर इरफान अंसारी बौखला ला गये हैं. बौखलाहट में उन्होंने अमर्यादित बयानबाजी की है. अब राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने भी कांग्रेस विधायक के अमर्यादित बयान का संज्ञान लिया है. 


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