कोल्हान के 'टाइगर' की इस पार्टी ने बढ़ाई टेंशन, उतारे 7 प्रत्याशी, क्या करेंगे BJP के चंपई सोरेन?
Jharkhand Election 2024: आदिवासी किसान मजदूर पार्टी ने सात प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. ऐसे में बीजेपी के लिए संजीवनी बने चंपई सोरेन की राह आसान नहीं होने वाली है.
Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड की चुनावी राजनीति में मजदूर नेता जॉन मिरन मुंडा ने दस्तक दे दी है. उन्होंने आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के बैनर तले विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया. कोल्हान की 7 विधानसभा सीटों पर आदिवासी किसान मजदूर पार्टी ने ताल ठोंका है.
जॉन मिरन मुंडा आदिवासी किसान मजदूर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. उन्होंने सात उम्मीदवारों की घोषणा कर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. आदिवासी किसान मजदूर पार्टी ने जगरनाथपुर से मानसिंह त्रिया, मझगांव से माधव चंद्र कुंकल, मनोहरपुर से प्रेम हेंब्रम, सराइकेला से सुनील गगराई, चक्रधरपुर से प्रधान सुंबरुई, खरसावां से हीरा लाल हेंब्रम, चाईबासा से जॉन मिरन मुंडा को प्रत्याशी बनाया है.
चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा को अलविदा कर दिया था. अलगाव के बाद माना जा रहा था कि जॉन मिरन मुंडा विधानसभा चुनाव में चंपई सोरेने का साथ देंगे. अब कोल्हान की राजनीति के टाइगर कहे जाने वाले चंपई सोरेन को जॉन मिरन मुंडा ने टेंशन में ला दिया है. उन्होंने सात प्रत्याशियों की घोषणा कर जता दिया है कि बीजेपी के टाइगर बने चंपई सोरेन की राह आसान नहीं होगी.
कोल्हान में चंपई सोरेन की बढ़ी टेंशन
जॉन मिरन मुंडा ने कहा, "कोल्हान हमेशा से विद्रोहियों की धरती रही है. पोटो हो से लेकर बिरसा मुंडा तक का आंदोलन कोल्हान से जुड़ा हुआ था. हो समाज के लोगों ने कभी गुलामी स्वीकार नहीं की. अलग झारखंड का सपना बिरसा मुंडा, पोटो हो का था." उन्होंने सेरेंगसिया घाटी और जैंतगढ़ राजाबसा में पोटो हो को श्रद्धांजलि अर्पित की. जॉन मिरन मुंडा ने बीजेपी और झामुमो पर आदिवासियों को ठगने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, "24 साल सरकार चलाने के बाद दोनों पार्टियों ने जंगलों को उजाड़ने का काम किया. जंगलों को उजाड़ने का काम टाटा और रूंगटा कंपनी के लिए किया गया. आदिवासी, मजदूर, किसान आज भी बदहाल हैं. खदान और कारखाना होते हुए भी काम नहीं मिल रहा है. लोग पलायन करने को मजबूर हैं. आज भी लकड़ी, दातून, पत्ता जीविका का अंतिम सहारा बना हुआ है."
जॉन मिरन मुंडा ने दिखाए तेवर
जॉन मिरन मुंडा ने आरोप लगाया कि झामुमो की मईंया सम्मान योजना और बीजेपी की गोगो दीदी योजना का मकसद वोट बटोरना है. उन्होंने किसानों के लिये सिंचाई और मजदूरों के लिए काम की मांग की. उन्होंने कहा कि मजदूरों की राशि बढ़ाकर पलायन को रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि आदिवासी किसान मजदूर पार्टी कई सालों से संघर्ष कर रही है. झामुमो और बीजेपी के एजेंडे में शिक्षा, स्वास्थ्य का मुद्दा नहीं है. उन्होंने दावा किया कि कोल्हान का विकास आदिवासी किसान मजदूर पार्टी ही कर सकती है.
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