Jharkhand Foundation Day:झारखंड का स्थापना दिवस आज, राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने दी बधाई
झारखंड का 15 नवंबर 2022 को स्थापना दिवस है. पूरे राज्य में स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. झारखंड स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति झारखंड पहुंची हैं. पीएम मोदी ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है.
Ranchi News: 15 नवंबर 2022 को झारखंड स्थापना मनाया जा रहा है. दरअसल, साल 2000 में झारखंड की स्थापना की गई थी. इस साल राज्य का 21वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने प्रदेशवासियों को बधाई दी. इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और विपक्ष के अन्य नेताओं ने भी प्रदेशवासियों को बधाई दी है. दरअसल, झारखंड स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू झारखंड पहुंच गई हैं. राष्ट्रपति दो दिनों के झारखंड दौरे पर रहेंगीं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी बधाई
झारखंड स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रदेशवासियों को बधाई दी है. राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा कि जोहार झारखंड! राज्य स्थापना दिवस पर मैं झारखंड के सभी निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं! मैं चाहती हूं कि झारखंड के लोग अपनी संस्कृति, परम्पराओं और रीति-रिवाजों को संजोते हुए पर्यावरण अनुकूल विकास के नए आयाम स्थापित करें.
जोहार झारखंड!
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022
राज्य स्थापना दिवस पर मैं झारखंड के सभी निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं!
मैं चाहती हूं कि झारखंड के लोग अपनी संस्कृति, परम्पराओं और रीति-रिवाजों को संजोते हुए पर्यावरण अनुकूल विकास के नए आयाम स्थापित करें।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर झारखंड वासियों को बधाई दी. पीएम ने कहा कि, समस्त झारखंड वासियों को राज्य के स्थापना दिवस की बहुत-बहुत बधाई. मेरी कामना है कि प्राकृतिक संसाधन और जनजातीय कला-संस्कृति से समृद्ध यह प्रदेश प्रगति की ऊंचाइयों को प्राप्त करे.
समस्त झारखंडवासियों को राज्य के स्थापना दिवस की बहुत-बहुत बधाई। मेरी कामना है कि प्राकृतिक संसाधन और जनजातीय कला-संस्कृति से समृद्ध यह प्रदेश प्रगति की ऊंचाइयों को प्राप्त करे।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2022
राहुल गांधी ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, झारखंड प्रकृति की गोद मे बसा, खनिज संपदा से परिपूर्ण राज्य है, जहां की सांस्कृतिक विविधता और जनजातीय सभ्यता इसे और खूबसूरत बनाती है. झारखंड स्थापना दिवस पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं.
झारखंड प्रकृति की गोद मे बसा, खनिज संपदा से परिपूर्ण राज्य है, जहां की सांस्कृतिक विविधता और जनजातीय सभ्यता इसे और खूबसूरत बनाती है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 15, 2022
झारखंड स्थापना दिवस पर सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। pic.twitter.com/rXROvks2Gc
पूर्व सीएम रघुवर दास ने दी बधाई
पूर्व सीएम रघुवर दास ने झारखंड वासियों को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, जोहार! प्राकृतिक सौंदर्य और संसाधनों से भरपूर झारखंड के स्थापना दिवस की सभी को हार्दिक बधाई. प्राकृतिक सौंदर्य, कला, संस्कृति, नृत्य-संगीत हमारे झारखंड की पहचान है. यह पहचान हमारा गौरव है.
जोहार!
— Raghubar Das (@dasraghubar) November 15, 2022
प्राकृतिक सौंदर्य और संसाधनों से भरपूर झारखंड के स्थापना दिवस की सभी को हार्दिक बधाई।
प्राकृतिक सौंदर्य, कला, संस्कृति, नृत्य-संगीत हमारे झारखंड की पहचान है। यह पहचान हमारा गौरव है।#जनजातीय_गौरव_दिवस pic.twitter.com/efaHJibUAV
पहले सीएम बाबूलाल मरांडी ने दी बधाई
झारखंड राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी झारखंड वासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, उलगुलान के प्रणेता "धरती-आबा" भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती और झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर बधाई और जोहार. धरती आबा की जयंती पर "जनजातीय गौरव दिवस" समस्त जनजातीय समाज का सम्मान है. आइये हम जल-जंगल-जमीन के संरक्षण और संवर्धन के लिए पुनः संकल्पित हो.
उलगुलान के प्रणेता "धरती-आबा" भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती और झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर बधाई और जोहार.
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 15, 2022
धरती आबा की जयंती पर "जनजातीय गौरव दिवस" समस्त जनजातीय समाज का सम्मान है.
आइये हम जल-जंगल-जमीन के संरक्षण और संवर्धन के लिए पुनः संकल्पित हो.#JanjatiyaGauravDiwas2022 pic.twitter.com/XBzyvK4DZC
झारखंड राज्य का इतिहास
झारखंड राज्य भारत के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित है और इसे 'जंगल ऑफ फॉरेस्ट' या 'बुशलैंड' भी कहा जाता है. 15 नवंबर 2000 को छोटानागपुर क्षेत्र को बिहार के दक्षिणी हिस्से से अलग कर झारखंड नामक एक अन्य राज्य को जन्म दिया गया था. इसके साथ ही झारखंड देश का 28वां भारतीय राज्य बन गया. इस राज्य के आदिवासियों ने बहुत पहले ही अपने लिए एक अलग राज्य की मांग की थी क्योंकि आजादी के बाद आदिवासी लोगों को सामाजिक आर्थिक लाभ बहुत कम मिला था. उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन किया, जिसने 1947 में भारत के स्वतंत्र होने के तुरंत बाद सरकार से विरोध और अपील करना जारी रखा. परिणामस्वरूप, सरकार ने 1995 में झारखंड क्षेत्र स्वायत्त परिषद की शुरुआत की और 2000 में मांग को पूरा किया. झारखंड राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी थे. उन्होंने 2006 में बीजेपी को छोड़कर झारखंड विकास मोर्चा की स्थापना की थी.