Dilwa Railway Station: एक ऐसा स्टेशन जो विभाजन के बाद भी 2 राज्यों की सीमाओं को जोड़ता है. भारतीय रेलवे (Indian Railway) के इस ऐतिहासिक स्टेशन का प्लेटफॉर्म एक राज्य में है तो लूप लाइन दूसरे राज्य में पड़ती है. इतना ही नहीं स्टेशन पर दोनों राज्यों के बोर्ड भी लगे हुए हैं. भारतीय रेलवे का इतिहास काफी पुराना है. भारतीय रेलवे की शुरुआत ब्रिटिश काल में हुई थी. रेलवे से जुड़ी इस जानकारी के बारे में बहुत कम लोगों को पता है कि देश में एक ऐसा रेलवे स्टेशन (Railway Station) भी है जो 2 राज्यों की सीमाओं को जोड़ता है. ये रेलवे स्टेशन बिहार (Bihar) और झारखंड (Jaharkhand) दोनों राज्यों को विभाजन के बाद आज भी जोड़ता है जबकि साल 2000 में बिहार से झारखंड अलग हो गया था लेकिन इस स्टेशन पर दोनों राज्यों का नाम लिखा हुआ है.


राज्यों को अलग हुए 22 साल हो गए हैं 
दरअसल, कोडरमा के दिलवा रेलवे स्टेशन में मेन लाइन झारखंड में है तो वहीं प्लेटफॉर्म और लूप लाइन बिहार में आती है. दिलवा स्टेशन से गुजरने वाली मेन लाइन झारखंड में है तो लूप लाइन बिहार में है. जबकि, दोनों राज्यों को अलग हुए अब 22 साल हो गए हैं. इन दोनों राज्यों की सीमाएं निर्धारित की गई थीं लेकिन दिलवा स्टेशन और इस स्टेशन के कर्मी राज्यों की सीमाओं को नहीं मानते हैं.


तब ये पूरा क्षेत्र मगध कहलाता था
गौरतलब है कि, साल 1960 में ब्रिटिश काल में कोडरमा से गुजरने वाली हावड़ा दिल्ली मेन लाइन के कोडरमा-गया रेलखंड का निर्माण किया गया था. उस समय ना तो बिहार था और ना ही झारखंड राज्य का गठन हुआ था. तब ये पूरा क्षेत्र मगध कहलाता था. आज भी जब दिलवा स्टेशन से सटे एक टनल से होकर ट्रेन गुजरती है और यहां से गुजरने वाले रेलयात्री स्टेशन पर लगे बिहार और झारखंड का ये बोर्ड देखते हैं तो उन्हें कई मायनों में ये पूरा इलाका ऐतिहासिक होने का प्रमाण मिलता है.


होती है ये परेशानी 
हालांकि, ऐतिहासिक होने के इतर कई बार बिहार और झारखंड को जोड़े रखने वाले इस स्टेशन पर घटना दुर्घटना के वक्त परेशानी भी होती है. आरपीएफ और जीआरपी के बीच दोनों राज्यों की सीमा विवाद से कई बार समस्याएं बढ़ जाती हैं.


ये भी पढ़ें:


Jharkhand Politics: कभी पलामू को माना जाता था RJD का गढ़, लेकिन अब बदल चुके हैं हालात, पढ़ें Inside Story 


Jharkhand: शिक्षक के संकल्प से 90 एकड़ में फैले दूधमटिया जंगल को मिली नई जिंदगी, जानें 'जंगल मैन' की कहानी