Ranchi: उत्तर भारत में गर्मी प्रतिदिन नए रिकॉर्ड बना रही है. झारखंड भी गर्मी की मार झेल रहा है. इस बीच राजधानी रांची में बारिश के लिए पूजा का आयोजन किया गया. किसान दोपहर में बारिश के लिए प्रार्थना करते हुए लाठियों के साथ जमीन पर लेट गए और भगवान शंकर की प्रार्थना की. बता दें कि झारखंड का पारम्परिक लोकपर्व मंडा पूजा हर साल धूमधाम से मनाया जाता है. यह पर्व अच्छी बारिश, खेती और समृद्धि के लिए मनाया जाता है. इस पर्व में भगवान भोले शंकर को अपनी भक्ति की शक्ति से खुश करने के लिए नौ दिनों की मंडा पूजा किया जाता है.

बारिश कराने के लिए किया गया पूजा
दरअसल, प्रदेश में पड़ रही गर्मी से किसान परेशान हैं. गर्मी के कारण फसल में बार-बार पानी की कमी हो रही है. जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसी को देखते हुए रांची में सोमवार को किसान शिव मंदिर के बाहर बारिश के लिए लाठियों के साथ जमीन पर लेटकर प्रार्थना की. प्रार्थना करते समय आस-पास लोगों की काफी भीड़ दिखाई दी. सभी भगवान शंकर से बारिश कराने की प्रार्थना करते नजर आए.


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भक्त मानते हैं माता सती का आशीर्वाद
झारखंड के कई इलाको में मांडा पूजा किया जाता है जिसमें राजधानी रांची के बड़ाईक टोली शिव मंदिर में पूजा किया जाता है. मांडा पूजा का इतिहास काफी प्राचीन है. मंडा पर्व के दौरान शिवभक्त दहकते अंगारों पर नंगे पांव चलकर अपनी भक्ति का परिचय देते है. इस परंपरा की शुरुआत बड़ाईक जाति के लोगों ने की थी. पौराणिक कथाओं के अनुसार झारखंड में की जाने वाली मंडा पूजा भगवान भोले शंकर की पहली पत्नी सती के बलिदान की याद में की जाती है. मंडा पूजा करने वाले भक्त इसे माता सती का आशीर्वाद मानते हैं.


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