Jharkhand Flood Like Situation in Chandil Dam: सरायकेला (Seraikela) के इचागढ़ विधानसभा में लगातार हुई बारिश (Rain) के बाद पूरा चांडिल अनुमंडल डूब क्षेत्र में परिवर्तित हो चुका है. पूरे राज्य में पर्यटन को पहचान देने वाले, 65 वर्ग किलोमीटर में फैले चांडिल डैम (Chandil Dam) में नौका विहार का काम बुरी तरह प्रभावित हुआ है. अचानक डैम का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ जाने की वजह से दूर से आने वाले सैलानी (Tourist) डरे और सहमे हुए हैं. आसपास के दुकानदारों ने बताया कि बीते रविवार को तो सैलानियों की संख्या करीब 4 से 5 हजार थी लेकिन आज यहां एक भी सौलानी नौका विहार नहीं कर रहा है.
डैम जाने वाले रास्ते को किया गया बंद
वहीं, रोजगार को बढ़ाने के लिहाज से मत्स्य विभाग की तरफ से कुछ लोगों को छोटी मोटी दुकानें भी दी गई हैं, जिसके एक दुकानदार पिंटू दत्ता ने बताया कि वो पानी की बोतल, नाश्ते और कोल्ड ड्रिंक बेचकर अपना गुजारा करते हैं. हालात ये हैं कि, पूरा दिन बीत जाता है लेकिन ग्रहक नजर आते हैं. सैलानियों के नहीं आने से और डूब क्षेत्र में घर होने से कई परिवार प्रभावित हुए हैं. वहीं, प्रशासन की तरफ से डैम को जाने वाले रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. पर्यटकों का कहना है कि, वो नौका विहार इसलिए नहीं कर रहे हैं क्योंकि प्रशासन ने डैम को जाने वाले रास्ते को अपने प्रभाव से बंद कर रखा है शायद कुछ गंभीर मामला हो इसलिए नौका विहार करना खतरनाक हो सकता है.
मौसम ने किरकिरा किया मजा
नौका विहार के अलावा वादियों का लुत्फ उठाने के लिए कुछ सैलानी परिवार के साथ पहुंच रहे हैं. वहीं, सैलानियों में कुछ ऐसे भी हैं जो पहली बार चांडिल डैम की ओर आए हैं. सैलानियों ने बताया कि पहली बार चांडिल डैम आने का प्लान बनाया लेकिन मौसम ने पूरा मजा किरकिरा कर दिया है. छोटे बच्चों के साथ आए पर्यटक नौका विहार से दूरी बनाए हुए हैं. अब ऐसे में जो बड़ी बात सामने आ रही है वो ये है कि नौका विहार के सहारे परिवार चलाने वाले किसके भरोसे रहेंगे. डूब क्षेत्र में वो अपने परिवार को सरकारी भोजन खिचड़ी के भरोसे छोड़कर दो पैसे कमाने की आस में चांडिल डैम पहुंचते हैं लेकिन वहां सन्नाटा पसरा होने की वजह से उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ता है.
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