Jharkhand Train Cancel: झारखंड (Jharkhand) में इस बार सर्दी (Winter) लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है. आने वाले दिनों में ठंड और कोहरे (Fog) का प्रकोप और बढ़ने की संभावना है. राजधानी रांची समेत कई जिलों में 2 दिसंबर से 4 दिसंबर तक बादल छाने और बारिश होने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार, बारिश खत्म होने के बाद ठंड बढ़ेगी और तापमान तेजी से कम होगा. इस बीच रेलवे ने कोहरे की वजह से 29 नवंबर से 1 मार्च 2022 के बीच झारखंड से खुलने वाली 7 ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया है. इनमें 2 रांची (Ranchi) से, 1 धनबाद (Dhanbad) से और 1 टाटा से खुलने वाली ट्रेन है. इसके अलावा 7 ट्रेनें झारखंड के अलग-अलग स्टेशनों से होकर गुजरने वाली ट्रेनें हैं. इनमें कुछ ट्रेनों को जहां पूरी तरह बंद कर दिया गया है तो कई ट्रेनों का परिचालन सप्ताह में एक दिन बंद किया गया है.


पड़ेगी कड़ाके की सर्दी 
बता दें कि, मौसम विभाग (Weather Department) की तरफ से प्रदेश में मौसम को लेकर जो पूर्वानुमान जारी किया गया था उसमें कहा गया था कि झारखंड में कोहरे का प्रभाव भी दिखेगा. मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार झारखंड में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ सकती है. रांची और आसपास के इलाकों में कोहरे और धुंध का असर भी देखा जा रहा है. आने वाले दिनों में इसके और भी बढ़ने की संभावना है. साथ ही प्रदूषण बढ़ने के साथ ही धुंध की समस्या भी बढ़ने की आशंका है.


इन ट्रेनों को किया गया रद्द


22857 संतरागाछी-आनंद विहार एक्स: 6 दिसंबर से 28 फरवरी तक रद्द 22858 आंनद विहार-संतरागाछी एक्सप्रेस : 7 दिसंबर से 1 मार्च तक रद्द.
18103 टाटा-अमृतसर जलियांवाला बाग एक्स: 29 नवंबर से 28 फरवरी तक रद्द.
18104 अमृतसर-टाटा जलियांवाला बाग एक्सप्रेस : 1 दिसंबर से 2 मार्च तक रद्द.
13307 धनबाद-फिरोजपुर गंगा सतलज एक्सप्रेस : 2 दिसंबर से 24 फरवरी तक हर गुरुवार को रद्द.
13308 फिरोजपुर-धनबाद गंगा सतलज एक्सप्रेस : 4 दिसंबर से 26 फरवरी तक हर शनिवार को रद्द.
12357 कोलकाता-अमृतसर दुर्गियाना एक्सप्रेस : 30 नवंबर से 26 फरवरी तक रद्द 12358 अमृतसर-कोलकाता दुर्गियाना एक्सप्रेस : 2 दिसंबर से 28 फरवरी तक रद्द.
12988 अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस : 1 दिसंबर से 28 फरवरी रद्द.
12987 सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस : 2 दिसंबर से एक मार्च तक रद्द.


दिखेगा बारिश का असर 
झारखंड में इस साल जमकर बारिश हुई है. मानसून के शुरुआती दौर में तो प्रदेश में औसत से कम बारिश रिकॉर्ड की गई थी लेकिन बंगाल की खाड़ी में लगातार चक्रवात उठने और निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण प्रदेश में लगातार मूसलाधार बारिश हुई है. बारिश को देखते हुए पहले ही इस बात की संभावना जताई गई थी कि इस बार प्रदेश में ठंड लोगों को परेशान कर सकती है.


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