अध्यक्ष-सचिव के बीच विवाद, झारखंड के Football खिलाड़ियों का एक साल हुआ बर्बाद
Jharkhand News: ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने संतोष ट्रॉफी (Santosh Trophy) और महिला चैंपियनशिप (Womens Championship) में झारखंड टीम की भागीदारी पर रोक लगा दी है.
Jharkhand Football Players: झारखंड फुटबॉल एसोसिएशन ( Jharkhand Football Association) के आपसी विवाद का खमियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ रहा है. विवाद को देखते हुए ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (All India Football Federation) ने संतोष ट्रॉफी (Santosh Trophy) और महिला चैंपियनशिप (Womens Championship) में झारखंड टीम की भागीदारी पर रोक लगा दी है. रोक लगने की वजह से झारखंड की पुरुष फुटबॉल टीम के साथ-साथ महिला टीम भी प्रतियोगिताओं में भाग नहीं ले पाएगी. संतोष ट्रॉफी का आयोजन एक दिसंबर से ओडिशा में होना है, जिसके लिए 30 नवंबर को टीम को रिपोर्ट करनी है. वहीं, महिला चैंपियनशिप 29 नवंबर से केरल में होगी, जिसके लिए टीमों को 26 नवंबर को रिपोर्ट करने को कहा गया है.
फेडरेशन को भेजी गयी चार टीमों की लिस्ट
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने पत्र में लिखा है कि फेडरेशन को संतोष ट्रॉफी और वीमेंस चैंपियनशिप के लिए अलग-अलग टीम की लिस्ट मिली है. एक टीम लिस्ट में सचिव के हस्ताक्षर हैं, जबकि दूसरी लिस्ट में प्रेसिडेंट के, इसलिए फेडरेशन को ये कदम उठाना पड़ा है.
ऐसे शुरू हुआ विवाद
दरअलस, टीम चयन के दौरान जब एक पक्ष ने बेहतर टीम बनाने के लिए 5 बाहरी खिलाड़ियों को शामिल करने की बात कही, तो दूसरे पक्ष ने इसमें झारखंड के खिलाड़ियों और कोच को स्थान देने की मांग की. इसके बाद विवाद शुरू हुआ और 2 प्रतियोगिताओं के लिए चार टीमों की लिस्ट भेज दी गई.
साल हुआ बर्बाद
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन के इस पत्र के बाद झारखंड के 42 प्रतिभावान खिलाड़ियों का एक साल बर्बाद हो गया है. पुरुष टीम में कुल 22 खिलाड़ी और महिला टीम में कुल 20 खिलाड़ियों को जगह दी जाती है, लेकिन जेएफए के विवाद के कारण इन खिलाड़ियों की मेहनत पर पानी फिर गया है. अब अगले साल ही इन खिलाड़ियों को मौका मिल पाएगा.
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