बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पार्टी हम के नेता दानिश रिजवान को रांची पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है इनकी गिरफ्तारी आज आरा कोर्ट परिसर से की गई है. सूत्रों की मानें तो दानिश रिजवान को गिरफ्तार करने रांची पुलिस बिहार के आरा पहुंची थी. दानिश रिजवान एक केस की तारीख को लेकर आरा सिविल कोर्ट पहुंचे थे कोर्ट के बाहर निकलते ही पुलिस ने हम के प्रवक्ता को धर दबोचा है और उन्हें टाउन थाना ले गई और अब पुलिस उन्हें रांची लाने की तैयारियों में जुट गई है. बताते चलें पिछले 13 दिसंबर 2022 को रांची के सहजानंद चौक पर सुषमा बड़ाइक को गोलियों से भून दिया गया था.
करीब 3 की संख्या में मोटरसाइकिल सवारों ने उन पर गोलियां चलाई थी जिसके बाद पुलिस की मदद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया था पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए टीम का गठन किया था और सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अपराधियों की पहचान की गई जिसमें दानिश रिजवान को पुलिस ने अपराधी मानते हुए आज आरा से गिरफ्तार कर लिया है.
रांची में बीते महीने बहुचर्चित आदिवासी महिला पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने बिहार के एक राजनीतिक दल के नेता दानिश रिजवान को गिरफ्तार किया है. रिजवान हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) का पूर्व प्रवक्ता है. पुलिस का दावा है कि उसी के कहने पर सुषमा बड़ाईक पर फायरिंग की गई थी,
जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गई थी. यह वारदात रांची शहर के भीड़भाड़ वाले व्यस्त इलाके हरमू के सहजानंद चौक पर बीते 13 दिसंबर को हुई थी. जिस महिला पर फायरिंग हुई थी, वह झारखंड पुलिस के आईजी पी.एस. नटराजन के खिलाफ वर्ष 2005 में यौन शोषण का मामला दर्ज कराने के बाद चर्चा में आई थी. महिला अपने एक बॉडीगार्ड के साथ बाइक से कहीं जा रही थी, तभी दूसरी बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने ओवरटेक कर उस पर गोलियां चलाई थीं.
इस महिला के यौन शोषण का एक स्टिंग वीडियो वर्ष 2005 में कई टीवी चैनलों पर प्रसारित हुआ था. इस मामले में वर्ष 2012 में आईपीएस पीएस नटराजन को बर्खास्त कर दिया गया था, हालांकि लोअर कोर्ट ने 2017 में नटराजन के पक्ष में फैसला सुनाया था.इस फैसले के बाद महिला ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
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