Jharkhand Politics: हेमंत सरकार पर बरसे बाबूलाल, बोले- सीएम या तो उग्रवादियों से डरे हुए हैं या घिरे हुए हैं
Jharkhand News: बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि राज्य के कुछ क्षेत्रों में उग्रवादियों की समानांतर सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि, सीएम हेमंत सोरेन या तो उग्रवादियों से डरे हुए हैं या घिरे हुए हैं.
Babulal Marandi Attack on Jharkhand Government: झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर के गोइलकेरा में 2 दिन पहले पूर्व विधायक गुरुचरण नायक (Gurucharan Nayak) पर हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) की घटना को लेकर भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) ने पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. रांची (Ranchi) में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि राज्य के कुछ क्षेत्रों में उग्रवादियों की समानांतर सरकार चल रही है. उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) भी या तो उग्रवादियों से डरे हुए हैं या घिरे हुए हैं.
पुलिस बेबस और लाचार है
बाबूलाल मरांडी ने घटना और उसके एक दिन बाद घटनास्थल का दौरा किए जाने से जुड़े अपने अनुभवों को मीडिया से साझा किया. उन्होंने कहा कि, पुलिस बेबस और लाचार है. उन्होंने कहा कि सोनुवा में जिस जगह घटना घटी वो मुख्य सड़क से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूर है. 2 पुलिसकर्मी स्पॉट पर मार दिए जाते हैं. गांव वालों के बीच उग्रवादी एलान करते हैं कि हम लोग एमसीसी वाले हैं. पूर्व विधायक और गांव वाले किसी तरह बचकर भागते हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि जानकारी मिलने के बाद भी कोई मारे गए पुलिसकर्मियों की लाश उठाने तक नहीं जाता है, इससे समझा जा सकता है कि इस प्रदेश के क्या हालात हैं.
अपराध और नक्सली घटनाओं को रोकने में विफल @HemantSorenJMM जी या तो अपराधियों और नक्सलियों से डरे हुए हैं या घिरे हुए हैं।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) January 6, 2022
कल सुरक्षा का हवाला देकर मुझे चक्रधरपुर में रोका गया।
अब कल्पना कीजिये कि मुख्य सड़क में जाने से पुलिस रोक रही है,तो सुदूरवर्ती लोगों का क्या हाल होगा? pic.twitter.com/MxdAvNUBcO
पुलिस की छवि भी खराब होगी
बाबूलाल ने कहा कि घटना की जानकारी मिली तो वहां जाने का प्रोग्राम बनाया. जब वहां गए, तो हमें रोक दिया गया. डीएसपी आकर खड़े हो गए कि सुरक्षा कारणों से आपको नहीं जाने दे सकते. तब हमने कहा कि आप समझ सकते हैं कि यदि हम यहां से लौट गए तो क्या संदेश जाएगा, उस इलाके में लोग और डर जाएंगे. उग्रवादियों के हौसले और बुलंद हो जाएंगे. पुलिस की छवि भी खराब होगी. बाबूलाल ने कहा कि इसके बाद डीजीपी से बात की, 2 घंटे बैठे रहे, तब कहा गया कि आप जा सकते हैं. वहां जाने के बाद पता चला कि उस क्षेत्र में उग्रवादियों की समानांतर सरकार चल रही है.
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