Jharkhand Politics: रघुवर दास ने हेमंत सोरेन को बताया अबुआ राज्य का बबुआ मुख्यमंत्री, दिया ये नारा
Jharkhand Politics: रघुवर दास ने कहा कि कोरोना काल के दौरान भी राज्य सरकार गहरी नींद में थी. उन्होंने हेमंत सरकार के 2 वर्ष के कार्यकाल को झूठ और लूट के 2 वर्ष बताया.
Jharkhand Raghubar Das Attack on Hemant Soren Government: जमशेदपुर (Jamshedpur) में भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghubar Das) ने हेमंत सरकार को अबुआ राज्य का बबुआ मुख्यमंत्री बताया. उन्होंने हेमंत सरकार के 2 वर्ष के कार्यकाल को झूठ और लूट के 2 वर्ष बताते हुए 'हेमंत सरकार के 2 साल, झारखंड बेहाल' का नारा भी दिया. रघुवर दास ने कहा कि वो भी 5 वर्ष तक सरकार के मुखिया रहे हैं और उस वक्त वर्षगांठ मनाने के लिए लाखों लाख रुपये खर्च नहीं किया करते थे, बल्कि मीडिया के माध्यम से अपने कार्यकाल के लेखा जोखा प्रस्तुत करते थे.
एक वादा भी नहीं हुआ पूरा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, चुनाव से पहले ढेरों वादे जनता से किए गए थे लेकिन 2 वर्षों में एक भी वादा पूरा नहीं हुआ. रघुवर दास ने कहा कि झारखंड के वीर शाहिद निर्मल महतो के शहादत दिवस के दिन राज्य के मुख्यमंत्री ने 5 लाख नौकरी देने अन्यथा राजनीति से इस्तीफा देने की बात मीडिया के समक्ष कही था और उसके अनुसार अब उन्हें राजनीति से इस्तीफा दे देना चाहिए.
कोरोना काल सो रही थी सरकार
रघुवर दास ने कहा कि कोरोना काल के दौरान भी राज्य सरकार गहरी नींद में थी, जिसपर उच्च न्यायलय ने कई बार सरकार की खिंचाई की और कई मामलों पर संज्ञान लिया. रूपा तिर्की की हत्या के मामले में राज्य सरकार के ढुलमुल रवैये के बाद न्यायलय ने इस पर संज्ञान लिया और मामले की सीबीआई जांच शुरू हुई. युवाओं को रोजगार नहीं मिला, ना ही बेरोजगारी भत्ता दिया गया, उल्टे रोजगार को छीन लिया गया. जब राज्य में भाजपा की सरकार थी तब पहले 2 वर्ष में ही 31 हजार सरकारी नियुक्तियां हुईं थी. सहायक पुलिस की नियुक्ति उनकी सरकार ने की थी और उन्हें भी हेमंत सरकार ने बाहर कर दिया.
तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सरकार पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि ये सरकार केवल तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है, जिसका उदारहण विधानसभा भवन में नामज कक्ष आवंटित किया जाना था. साथ ही नियोजन नीति में हिंदी भाषा को भी इस सरकार ने बाहर कर दिया और उर्दू को शामिल कर दिया. राज्य में 2 वर्ष के अंदर 400 से ज्यादा आदिवासी महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले सामने आए हैं. साथ ही वृद्धा पेंशन भी लोगों को नहीं मिल रही है.
मुख्यमंत्री अक्षम और सारे मंत्री अपरिपक्व
रघुवर दास ने कहा कि, पूर्व सरकार में मुख्यमंत्री असाध्य रोग योजना के तहत 400 बीमारियों का इलाज होता था लेकिन हेमंत सरकार ने अब इस योजना में केवल 4 बीमारियों को शामिल किया है. प्राकृतिक संसाधनों की लूट भी इस सरकार में चरम सीमा पर है. भाजपा नेता ने सभी क्षेत्रों में राज्य सरकार को पूरी तरह से विफल बताया साथ ही मुख्यमंत्री को अक्षम और सारे मंत्रियों अपरिपक्व बताया. उन्होंने ये भी कहा कि, चुनाव होते हैं सरकारें आती हैं, जाती है लेकिन जो क्रियाकलाप हेमंत सरकार के नेतृत्व में चल रहा है, आने वाले समय में ये जेएमएम का अंतिम शासन होगा. इसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा का कोई भी शासक झारखंड की गद्दी पर नहीं होगा.
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