Jharkhand NIA: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को कहा कि उसने झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में सीपीआई (माओवादी) कैडर द्वारा एक पूर्व विधायक पर हमले के मामले में आठ आरोपियों के घरों की तलाशी ली. हमले में दो पुलिस कर्मियों की मौत हुई थी. अधिकारी ने बताया कि छापेमारी मंगलवार को की गई. पिछले साल जनवरी में सीपीआई (माओवादी) कैडरों ने पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला किया था. सीपीआई (माओवादी) कैडरों के एक समूह द्वारा दो पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी गई, एक घायल हो गया और उनके हथियार लूट लिए गए. जुलाई 2022 में एनआईए ने जांच का जिम्मा संभाला.
'माओवादी समर्थन नेटवर्क के सक्रिय सदस्य हैं'
सभी आठ आरोपी, जिनके परिसरों की कल तलाशी ली गई, माओवादी समर्थन नेटवर्क के सक्रिय सदस्य हैं. उन्होंने सीपीआई (माओवादी) के एक्शन टीम के सदस्यों की सहायता की और पूर्व विधायक पर हमले को बढ़ाने में सीपीआई (माओवादी) के सशस्त्र कैडरों को लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की. तलाशी के दौरान सीपीआई (माओवादी) के कई पोस्टर, अवैध कोल्हान राज्य से संबंधित दस्तावेज, डिजिटल उपकरण और कई अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए और जब्त किए गए.
देवघर हवाई अड्डा मामले में बीजेपी सांसदों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द
झारखंड हाई कोर्ट ने देवघर हवाई अड्डे से अपने विशेष विमान को उड़ान भरने की मंजूरी देने के लिये हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) पर दबाव डालने के आरोप में बीजेपी के सांसदों निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी सोमवार को रद्द कर दी. सांसदों की याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति संजय कुमार द्विवेदी की पीठ ने पिछले साल अगस्त में देवघर जिले के कुंडा थाने में दर्ज प्राथमिकी रद्द कर दी. अधिकारियों ने कहा कि 31 अगस्त को निर्धारित समय से पहले देवघर हवाई अड्डे से विमान के उड़ान भरने के लिए एटीसी कर्मियों पर दबाव डालने के आरोप में दो सांसदों समेत नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. प्राथमिकी में कहा गया है कि यह हवाई अड्डों के सुरक्षा नियमों के खिलाफ है.
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