Jharkhand News: झारखंड में ठगी का अजीब मामले सामने आया है. मुफ्त मच्छरदानी वितरण के नाम पर ठगों ने दर्जनों लोगों को चूना लगा दिया. मामला साहिबगंज के रंगा थाना क्षेत्र स्थित तिलभीठा गांव का है. 14 अगस्त को वाहन से चार पांच लोग गांव में पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग के एनजीओ का सदस्य बताते हैं. आदिम जनजाति पहाड़िया के लोगों को मुफ्त मच्छरदानी का झांसा दिया जाता है.
बिना पैसे के मच्छरदानी मिलने की खबर सुनकर ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी. ग्रामीणों से आधार कार्ड और अंगूठे का निशान लेकर टीम चली गयी. मुफ्त में मच्छरदानी पाकर भोले भाले ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. आने वाले कल से बेखबर उन्होंने सोचा कि रात में अब चैन की नींद सो सकेंगे. अगली सुबह जरूरत पड़ने पर ग्रामीण बैंक पहुंचे. बैंक प्रबंधन ने बताया कि खाते से रकम की निकासी कर ली गयी है.
मुफ्त मच्छरदानी की भारी पड़ी कीमत
खाते से रकम गायब होने की खबर जंगल की आग की तरह फैल गयी. मुफ्त मच्छरदानी लेने वाले एक एक कर बैंक खाता चेक किया. सभी ग्रामीणों के खाते से पैसा गायब हो चुका था. धोखाधड़ी का शिकार हुए ग्रामीणों ने मामले की शिकायत रांगा थाने से की है. पुलिस अधीक्षक अमित कुमार सिंह तक जानकारी पहुंची. उन्होंने संज्ञान लेते हुए बरहरवा एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम गठन कर जल्द कार्रवाई का भरोसा दिया है.
पहाड़िया समुदाय हुआ ठगी का शिकार
उन्होंने कहा कि जालसाजों को बख्शा नहीं जायेगा. बहरहाल, मुफ्त के चक्कर में सौ से ज्यादा ग्रामीण लाखों रुपये गंवा चुके हैं. 150 रुपये की मच्छरदानी के बदले किसी के खाते से दो हजार, किसी के खाते से तीन हजार की निकासी की जा चुकी है. आदिम जनजाति समुदाय के लोग पहाड़ों पर मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन चलाते हैं. भविष्य के लिए कटौती कर खातों मे रकम की बचत करते हैं. भोले भाले ग्रामीणों के अकाउंट में स्कूल फीस, पेंशन की राशि थी.
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