Jharkhand News: झारखंड पुसिल ने एक गैंगस्टर के गर्लफ्रेंड को गिरफ्तार कर रंगदारी के बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है. जमशेदपुर पुसिल के मुताबिक गैंगस्टर और आशिक अमन अपने रंगदारी के कारोबार जेल से आपरेट कर रहा था, लेकिन उसके नेटवर्क को पनाह देने का काम गर्लफ्रेंड सलोनी करती थी. इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब जमशेदपुर पुलिस ने गुप्ता सूचना के आधार पर गैंगस्टर की प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद सलोनी ने जब रंगदारी के नेटवर्क का खुलासा किया तो पुलिस के भी होश उड़ गए. 


दरअसल, सलोनी अपने आशिक के गुर्गों को पनाह देने और खर्चा-पानी देने का काम करती थी. सलोनी ने पकड़े जाने के बाद पुलिस को बताया कि उसे गिरोह के सदस्यों को पनाह देने के लिए पैसे झारखंड के जमशेदपुर स्थित घाघीडीह जेल में बंद शूटर और गैंगस्टर अमन सिंह मुहैया कराता था. अमन रंगदारी से वसूली गई रकम अपनी गर्लफ्रेंड बोकारो सेक्टर नौ निवासी सलोनी कुमारी उर्फ सानू सिंह के मौसेरे भाई पवन उर्फ गोलू महतो के खाते में पहुंचाता था. तीन माह पहले भी अमन सिंह ने पवन के बैंक खाते में यूपीआई के जरिए 4 लाख रुपए भिजवाए थे. उसी के कहने पर एक दुकानदार ने पवन के अकाउंट में 1 लाख 20 हजार रुपए ट्रांसफर किया था. 


गर्लफ्रेंड सलोनी ने पुलिस को बताया कि उसका भाई अकाउंट में पैसा आने के बाद एटीएम से निकालकर उसे देता था, जिसे सलोनी गिरोह के लड़कों के खातों में तय रकम डलवाने का काम करती थी. अमन सिंह के कहने पर वह लोयाबाद के विजय सिंह से रुपए लेने के लिए स्कूटी से लोयाबाद पहुंची थी. लोयाबाद में विजय ने उसे 30 हजार रुपए और एक मोबाइल दिया था. 


गैंगस्टर ने किया था शादी का वादा


जमशेदपुर पुलिस ने जब सलोनी से गहराई से पूछताछ की तो उसने बताया कि 17 साल पहले उसके पिता संजय सिंह ने उसकी मां को छोड़ कर दूसरी शादी कर ली थी। मां कबाड़ी की दुकान में काम कर किसी तरह घर चला रही थी। इस बीच उसके बपचन का दोस्त चास निवासी सागर सिंह ने अमन से उसकी दोस्ती कराई. ये दोस्ती बाद में प्यार में बदल गई. अमन ने गिरोह के सदस्य को पनाह देने क लिए हर माह 5 लाख रुपए देने का वादा किया था। उसने बताया था कि जब वह जेल से बाहर निकलेगा तो उससे शादी कर लेगा। 


अमन को संजय देता था व्यापारियों का नंबर


इस मामले में अमन गिरोह का शूटर और यूपी गोंडा के कांस्टेबल शिव कुमार शुक्ला के पुत्र आशीष शुक्ला उर्फ सत्यम उर्फ प्रिंस ने पुलिस को बताया है कि बरवाअड्डा कुर्मीडीह के राजकुमार साव पर गोली चलाने के लिए उसे झरिया निवासी सुशील सिंह ने 90 हजार रुपए दिए थे। गैंगस्टर अमन के कहने उसने रुपए दिए थे। अशीष के पास से जो पुसिल को पिस्टल मिली, उसी से उसने राजकुमार को गोली मारी थी। आशीष ने पुलिस को बताया कि सुशील सिंह के घर पर रहने वाला संजय सिंह अमन सिंह को धनबाद के व्यापारियों का नंबर देता है। इसके बाद अमन, आशीष रंजन उर्फ छोटू और वैभव फोन कर व्यापारियों से रंगदारी मांगते हैं। इस काम में हजारीबाग का बाबू सिंह भी शूटरों को पनाह देता है।


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