Giridih News: गिरीडीह के सरकारी अस्पताल में चार दिन की बच्ची को चूहों ने कुतरा, नवजात की हालत नाजुक
गिरीडीह के एक सरकारी अस्पताल में नवजात बच्ची को चूहों द्वारा काटे जाने का मामला सामने आया है. फिलहाल बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है. वहीं लापरवाह अस्पताल कर्मियों के खिलाफ कारर्वाई की गई है.
गिरीडीह: झारखंड के गिरीडीह (Giridih) में सरकारी अस्पताल के कर्मियों की लापरवाही की वजह से एक चार दिन की नवजात बच्ची की जिंदगी खतरे में पड़ गई है. दरअसल सरकार द्वारा संचालित गिरीडीह जिला अस्पताल की मातृ एवं शिशु इकाई (एमसीएच) में एक नवजात बच्ची को चूहों ने कुतर दिया इस वजह से बच्ची की हालत काफी नाजुक बताई जा रही है. शुक्रवार को पैदा हुई नन्ही सी जान को इलाज के लिए सोमवार को पीएमसीएच धनबाद रेफर किया गया है जहां उसका ट्रीटमेंट चल रहा है. वहीं इस मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने अस्पताल कर्मियो के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग की है.
वहीं इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है, जिसके बाद एएनएम को निलंबित कर दिया गया है, दो जीएनएम और एक क्लीनर को बर्खास्त कर दिया गया है और ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है.
नवजात को सांस की तकलीफ के बाद शिशु वार्ड में भर्ती कराया गया था
जानकारी के मुताबिक जमुआ प्रखंड के आस्को निवासी राजेश सिंह की पत्नी ममता देवी गर्भवती थी और उसे चार दिन पहले चैताडीह स्थित अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. शुक्रवार को उसने एक बच्ची को जन्म दिया. नवजात को सांस लेने में तकलीफ थी, इसलिए उसे अस्पताल के एमसीएच के शिशु वार्ड में रखा गया था. शिशु के परिवार के सदस्य सकलदेव सिंह ने कहा, "सोमवार की सुबह करीब 3 बजे वार्ड में काम करने वाली नर्स ने हमें बताया कि बच्चे को पीलिया हो गया है."
पीएमसीएच धनबाद ने बच्ची को चूहों द्वारा काटे जाने की बात बताई
शिशु सदस्य के परिवार ने आगे कहा, "नर्स ने हमें बच्ची को एक उच्च चिकित्सा केंद्र में ले जाने के लिए कहा. स्टाफ ने बच्चे को कपड़े में लपेटकर माता-पिता को सौंप दिया. जब बच्चे को ले जाया गया और पीएमसीएच धनबाद में भर्ती कराया गया, तो डॉक्टर ने वहां बताया कि बच्चे को चूहों ने बुरी तरह से काट लिया है."जिला अस्पताल प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने वाले बच्चे के परिजनों और माता-पिता के लिए यह चौंकाने वाली खबर थी. परिजनों ने घटना में नर्स और अस्पताल के कर्मचारियों की लापरवाही की बात भी कही है.
मामले को लेकर जांच बैठा दी गई है
वहीं गिरीडीह के सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने कहा, 'इस सिलसिले में जांच बैठा दी गई है.गिरीडीह के डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा, "मामले में गहन जांच की गई है और जिस अस्पताल में यह घटना हुई, वहां के ऑन-ड्यूटी स्टाफ और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है.”
एएनएम को किया गया निलंबित
डीसी ने कहा, "एसएनसीयू चैताडीह की एक सहायक नर्सिंग मिडवाइफरी (एएनएम) रेखा कुमारी को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. इस बीच, राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को ड्यूटी पर डॉक्टर के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के लिए एक पत्र भेजा गया है, डॉ सुदीप कुमार, जिनकी उपस्थिति में घटना हुई. ” लकड़ा ने कहा, "दो जीएनएम (जनरल नर्सिंग मिडवाइफरी), संजू कुमारी और लीलावती सोरेन को उनकी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है और सफाई कर्मचारी अंजनी देवी को भी उनके पद से हटा दिया गया है."
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