Jharkhand News: झारखंड के गिरिडीह (Giridih) में दो महीने पहले जमुआ थाना इलाके के बाटी मोड़ के पास पांच करोड़ की लूट में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने लूट के मास्टरमाइंड गुलाब साव ऊर्फ खिरोधर को गिरफ्तार किया है. हजारीबाग जिले के बरही निवासी खिरोधर साव के पास से लूट के 77 लाख रुपये बरामद किए गए है. खिरोधर के साथ उसका सहयोगी बरही निवासी मुन्ना दास भी पकड़ा गया है. गुरुवार को एसपी दीपक कुमार शर्मा ने इसकी जानकारी दी. एसपी ने बताया कि, लूट कांड के 15 दिनों के अंदर छह अपराधी को पकड़ा गया था. साथ ही 3.24 करोड़ की बरामदगी हो चुकी थी, लेकिन मास्टरमाइंड अपने हिस्से के पैसे के साथ फरार हो चुका था. ऐसे में मास्टरमाइंड को पकड़ना जरूरी था.


विशेष टीम ने किया गिरफ्तार 
एसपी दीपक कुमार शर्मा ने आगे बताया कि, मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए विशेष टीम काम कर रही थी. टीम का नेतृत्व खोरी महुआ एसडीपीओ मुकेश कुमार महतो कर रहे थे. टीम देश के विभिन्न राज्यों में जा चुकी थी. इस बीच सूचना मिली की खिरोधर तमिलनाडु राज्य अंतर्गत कन्याकुमारी में छिपा है. इस सूचना पर गिरिडीह पुलिस की टीम कन्याकुमारी भी पहुंची. यहीं से खिरोधर को गिरफ्तार किया गया. अभी तक इस मामले में आठ लोगों की गिरफ्तार किया जा चुका है और अब पूरा गिरोह जेल में है. 


कैसे हुई थी लूट? 
बता दें कि बिहार के पटना से पांच करोड़ रुपये लेकर चली एक क्रेटा कार में लूट हुई थी. इस मामले को लेकर गुजरात के पाटन जिला अंतर्गत सांतलपुर निवासी मयूर सिंह जडेजा ने एफआईआर दर्ज करवाई थी. जमुआ थाना कांड संख्या 256/23 में गुजरात निवासी मयूर सिंह ने बताया कि, पटना के डीवाई कम्पनी से पांच करोड़ रुपये क्रेटा कार के अंदर बने एक बॉक्स में रख दिया गया था. 20 जून की शाम 8-9 बजे के बीच कोलकाता के लिए कार निकली. 21 जून की रात लगभग 1:30 बजे वे लोग गिरिडीह जिले के जमुआ थाना इलाके के टीकामगहा पहुंचे और यहां पेट्रोल पंप में तेल भरवाया. 


यहां से अभी आगे बढ़े ही थे कि, ओवरटेक कर एक स्कार्पियो ने उनकी गाड़ी को रुकवाया और उन्हें कब्जे में ले लिया. इसके बाद मारपीट कर उसे व क्रेटा कार में बैठे उसके सहकर्मी को स्कार्पियो वाहन पर बैठा लिया गया. बाद में दोनों का मोबाइल छीनकर स्कार्पियो को कच्चे रास्ते में ले जाकर छोड़ दिया. वो लोग अगले दिन सुबह पांच बजे पक्की सड़क पर पहुंचे. यहां पर एक होटल के पास उन्हें अपनी गाड़ी क्रेटा दिखी. जब वह अपने साथी के साथ गाड़ी के पास पहुंचे तो देखा कि गाड़ी के अंदर बना बॉक्स टूटा हुआ है और पांच करोड़ रुपये गायब हैं.


छह अपराधियों के पास मिला था 3.24 करोड़
इस घटना के बाद तत्कालीन एसपी ने विशेष टीम का गठन किया था. टीम ने सात आरोपियों में से छह आरोपियों को उस वक्त ही गिरफ्तार किया था. जिन्हें पकड़ा गया था उनमें धनबाद जिले के गोविंदपुर थाना क्षेत्र के रामनगर विलेज रोड निवासी राजेश सिंह, गोविंदपुर के अमलाटांड़ निवासी मो करीम अंसारी, गोविंदपुर के अमरपुर उपर बाजार विनोद विश्वकर्मा और फकीरडीह का रहने वाला शहजाद आलम, हजारीबाग के बरही थाना इलाके के धमना निवासी रंजीत कुमार और चतरा जिला के इटखोरी थाना क्षेत्र के कोनी गांव अजीत कुमार सिंह शामिल थे. इनके पास से लूट के 3.24 करोड़ रुपये बरामद किए गए थे. इन लोगों ने खिरोधर साव के संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारी दी थी. 


टीम में ये अधिकारी शामिल थे 
इस टीम में एसडीपीओ खोरी महुआ मुकेश कुमार महतो, एसडीपीओ सरिया-बगोदर नौशाद आलम, डीएसपी साइबर क्राइम संदीप सुमन के अलावा जमुआ थाना प्रभारी बिपिन कुमार, धनवार थाना प्रभारी पीकू प्रसाद, अनि सत्यदीप कुमार, राहुल चौबे, अभिमन्यु पड़िहारी और हवलदार जोधन महतो, राजेश गोप, पीताम्बर पाण्डेय, सन्नी कुमार समेत अन्य शामिल थे. (गिरिडीह से अमर कुमार सिन्हा की रिपोर्ट)


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