Champai Soren Floor Test: 'हेमंत हैं तो हिम्मत है...' विधानसभा में विश्वास मत पेश करने के बाद जानें क्या बोले CM चंपई सोरेन?
Jharkhand Government Floor Test: चंपई सोरेन ने विश्वास मत पेश करने के बाद कहा जिस परिवार में कभी शिक्षा का दिया नहीं जला हम उस परिवार में दिया जलाएंगे. क्या ये गलत है?
CM Champai Soren on Hemant Soren: झारखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विधानसभा के विशेष सत्र में आज (5 फरवरी) को विश्वास मत पेश किया. वहीं विश्वास मत पेश करने के बाद सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि 'हेमंत हैं तो हिम्मत है. जिस परिवार में कभी शिक्षा का दिया नहीं जला हम उस परिवार में दिया जलाएंगे. क्या ये गलत है? केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है. हेमंत सोरेन पर झूठे आरोप लगाए गए हैं, जिसका कोई खाता नहीं है उसे जमीन घोटाला के मामले में आज जेल जाना पड़ रहा है.'
सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार चार साल चली. झारखंड को सोने की चिड़िया के रूप में लोग देखते हैं, लेकिन मुंबई ,गुजरात तक यहां का खनिज गया. यहां के आदिवासी विस्थापित हुए हैं. सरकार गठन के बाद बुनियादी समस्या को दूर करने का प्रयास किया गया. आदिवासियों बदन में कपड़ा नहीं पैर में जूता नहीं था. चंपई सोरेन ने कहा हेमंत हैं तो हिम्मत हैं. हेमंत सोरेन ने राज्य का कुशल नेतृत्व किया. जिस परिवार में कभी शिक्षा का दिया नहीं जला हम उस परिवार में दिया जलाएंगे. क्या ये गलत है?
#WATCH रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने आज अपनी सरकार के शक्ति परीक्षण से पहले राज्य विधानसभा को संबोधित किया।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2024
CM चम्पाई सोरेन ने कहा, "देश में जो केंद्र सरकार के महाराज बैठे हुइ हैं, उन्होंने केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग किया... जब-जब यहां के आदिवासी नेतृत्व अपनी… pic.twitter.com/Ide4jzVCf5
कोरोना में किया बेहतर काम
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आगे कहा कि हेमंत सोरेन ने कोरोना महामारी के दौरान राज्य की जनता को चिकित्सा के आभाव या भूखमरी से पीड़ित नहीं होने दिया. प्रवासी मजदूर विभिन्न राज्य में काम करने गए थे, लॉकडाउन के दौरान हेमंत सोरेन की सरकार ने किसी भी प्रवासी मजदूरों को तकलीफ नहीं होने दी. उन्हें हवाई जहाज, ट्रेन या बस के माध्यम से वापस लाने का काम किया.
ये भी पढ़ें- Abp C Voter Survey: क्या चंपई सोरेन को सीएम पद की शपथ दिलाने में जानबूझकर देरी की गई? सर्वे ने किया हैरान