Ranchi News: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) ने रांची में हाल में हुई हिंसा को लेकर सोमवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नीरज सिन्हा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को राजभवन तलब किया. उन्होंने जानना चाहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों, रबड़ की गोलियों या आंसू गैस का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया और प्रशासन एहतियाती कार्रवाई करने में विफल क्यों रहा.
भारतीय जनता पार्टी के दो निलंबित प्रवक्ताओं द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद झारखंड की राजधानी में तनाव की स्थिति है. हिंसा में दो लोगों की जान गई और 24 से अधिक घायल हो गए.
Mandar Bypoll: झारखंड के मांडर विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना, जानें- सबकुछ
राजभवन की ओर से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है ‘‘आपने पानी की बौछारों, रबड़ की गोलियों और आंसू गैस का इस्तेमाल क्यों नहीं किया. वहां इन चीजों की कोई व्यवस्था क्यों नहीं थी?’’
बयान में कहा गया, ‘‘प्रशासन ने प्रस्तावित कार्यक्रम, धरना, प्रदर्शन, जुलूस को लेकर क्या व्यवस्था की थी. आपके पास खुफिया ब्यूरो (आईबी), अपराध जांच विभाग (सीआईडी) है और विशेष शाखा ने क्या सूचना दी थी? जुलूस के संचालन के दौरान वहां कितने सुरक्षाकर्मी और मजिस्ट्रेट मौजूद थे? आपने कोई एहतियाती कार्रवाई क्यों नहीं की?’’ रांची उपायुक्त छवि रंजन समेत अन्य अधिकारियों को सोमवार को राज्यपाल ने अपने सरकारी आवास पर तलब किया है.
Slaughter House के संचालन पर झारखंड सरकार ने नहीं दिया जवाब, हाईकोर्ट ने 2 विभागों पर लगाया जुर्माना