Chatra Goats Death: हजारीबाग स्थित चतरा में बकरियों की मौत से हड़कंप मच गया है. चतरा के कुछ इलाकों में अचानक बकरियों की मौत की खबरों से चिंतित जिला प्रशासन पशुपालन विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. जिला प्रशासन पशुपालन विभाग ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र में पीपीआर (Peste Des Petits Ruminants) बीमारी का अलर्ट जारी किया है. जिसमें लोगों से अपने मवेशियों का टीकाकरण कराने को कहा गया है. विभाग जल्द ही प्रभावित गांवों में विशेष टीकाकरण शिविर लगाने की भी योजना बना रहा है.


खबरों के मुताबिक प्रतापपुर प्रखंड के टंडवा पंचायत के शंकरपुर गांव में पिछले एक सप्ताह में करीब 150 बकरियों की मौत हो चुकी है. जांच के बाद, पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मौतें पीपीआर बीमारी के कारण हो सकती हैं और ग्रामीणों से अपने मवेशियों का टीकाकरण कराने का आग्रह किया. एक ग्रामीण कर्मी देवी ने कहा, "मेरी कुछ बकरियां अस्वस्थ हो गईं और अचानक मर गईं. सरकार को हमारे मवेशियों को बचाने के लिए कुछ करना चाहिए." स्थानीय लोगों ने कहा कि बकरी की मौतों में अचानक आई तेजी पड़ोसी गांव चंद्री में भी हुई है.


पीपीआर एक गंभीर, तेजी से फैलने वाली बीमारी है, जो मुख्य रूप से घरेलू पशुओं को प्रभावित करती है. पशुपालन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, बुखार के अलावा, अन्य लक्षणों में आंखों और नाक से स्राव, मुंह में खराश, सांस लेने में तकलीफ और दस्त शामिल हैं, जिससे बाद में पशु की मौत हो जाती है.


ब्लॉक पशुपालन अधिकारी संजीव कुमार ओझा ने कहा कि सर्दियों के दौरान भेड़ और बकरियां आमतौर पर पीपीआर के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं. उन्होंने कहा, "हम ग्रामीणों को पीपीआर के बारे में शिक्षित करने और उन्हें टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शिविर आयोजित करेंगे. हम लोगों को अपने मवेशियों का टीकाकरण कराने की सलाह देते हैं."


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