Jharkhand News: झारखंड में इन दिनों स्वास्थ्य विभाग ने कई अधिकारियों का तबादला किया है, जिसके अंतर्गत रांची के सिविल सर्जन समेत कई अधिकारियों का भी तबादला किया गया है. वहीं इस बीच स्वास्थ्य विभाग से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. दरअसल, 31 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग ने एक अधिसूचना जारी किया था, जिसमें लिखा था कि, चतरा जिले के टंडवा से डॉक्टर कृष्ण कुमार का ट्रांसफर सिमडेगा जिले के जलडेगा में किया जा रहा है. 


वहीं इसमें हैरत की बात यह है कि, जिस कृष्ण कुमार की चर्चा स्वास्थ्य विभाग ने अपने अधिसूचना में की है उनका देहांत 23 जून 2023 को ही हो चुका है. दरअसल, रांची में इलाज के दैरान उनकी मौत हो गई थी. वहीं ये अधिसूचना जारी होने के बाद अन्य अधिकारी और कृष्ण कुमार के परिजन काफी आश्चर्य में हैं. लोग विभाग की करतूत पर हंस रहे हैं. लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग अपने अधिकारियों का डेटा भी अपने पास नहीं रखता है क्या?अब तो उन्हें चैन से रहने दो मरने के बाद क्या उनसे स्वर्ग में ड्यूटी करवाई जाएगी.


इरफान अंसारी ने क्या कहा?
बता दें कि, इससे झारखंड स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों द्वारा तबादले में घोर अनियमितता की पोल खुल गई है. हद तो ये थी कि बगैर वेरिफिकेशन किए मृत डॉक्टर के ट्रांसफर का आर्डर भी जारी कर दिया गया. इस ट्रांसफर की सूचना मिलने के बाद चतरा जिले से लेकर पूरे स्वास्थ्य विभाग के महकमे में हड़कंप मच गया. स्वास्थ विभाग के अजीबोगरीब ट्रांसफर आर्डर निकाले जाने को लेकर झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने स्वास्थ विभाग को आड़ों हाथों लिया.


'स्वास्थ विभाग को इलाज की जरूरत'
इरफान अंसारी ने कहा कि, स्वास्थ विभाग को इलाज की जरूरत है. ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर स्वास्थ्य विभाग में जमकर लूट हो रही है. मैं स्वास्थ विभाग की कुव्यवस्था को चलने नहीं दूंगा. आलाकमान से जाकर इसे लेकर बात करूंगा. आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि आनन-फानन में ट्रांसफर करने के नाम पर मृतक डॉक्टर का भी ट्रांसफर कर दिया गया. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को सुझाव देते हुए कहा कि अगर ऐसे काम हो रहा है तो स्वास्थ विभाग के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी की भी बदनामी होगी.



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