Jharkhand: बहला-फुसलाकर ले जाई जा रही 8 बच्चियों का कराया गया मुक्त, महिला गिरफ्तार
Jharkhand News: 8 बच्चियों को बहला-फुसलाकर काम दिलाने के बहाने त्रिपुरा (Tripura) ले जाया जा रहा था. झारखंड पुलिस ने बच्चियों को मुक्त कराते हुए एक महिला को गिरफ्तार कर लिया है.
Jharkhand Human Trafficing: झारखंड (Jharkhand) के पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) स्थित दक्षिण-पूर्व रेल मंडल के चक्रधरपुर मुख्यालय के स्टेशन पर ग्रामीण क्षेत्रों से कथित तौर पर बहला-फुसलाकर ले जाई जा रही 8 बच्चियों को बुधवार शाम मुक्त कराया गया. मामले को लेकर एक महिला को गिरफ्तार भी किया गया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि महिला चक्रधरपुर के ग्रामीण क्षेत्र हिजिया, कोमाई, इचाकुटी गांव से 8 बच्चियों को बहला-फुसलाकर काम दिलाने के बहाने त्रिपुरा (Tripura) ले जा रही थी. खबर मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की नन्हे फरिश्ते टीम ने वहां पहुंचकर बच्चियों से पूछताछ की और उन्हें मुक्त कराया.
अभिभावकों से ली जाएगी जानकारी
पुलिस ने बच्चियों से पूछताछ के बाद स्थिति स्पष्ट होने पर सृजन महिला विकास मंच की तरफ से संचालित चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दी. देर शाम तक सभी बच्चियों को जिला मुख्यालय चाईबासा स्थित बालिका छाया गृह भेजा गया. सृजन महिला विकास समिति की सचिव नर्गिस खातून ने बताया कि बच्चियों के आधार कार्ड में उम्र बढ़ाकर फर्जी ढंग से संशोधन किया गया है. बृहस्पतिवार को लड़कियों के अभिभावकों को बुलाया जाएगा. उनसे पूछताछ कर जानकारी ली जाएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी.
सरकार कानूनों को सख्ती से लागू कराएगी
हाल ही में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि, सरकार ट्रैफिकिंग रोकने के कानूनों को हर हाल में सख्ती से लागू कराएगी. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्रैफिकरों के कब्जे से मुक्त होकर नए हौसले के साथ खड़ी होने वाली झारखंड की बेटियों की सराहना भी की थी.
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