(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jharkhand News: कभी जिस जेल में सुपरिटेंडेंट थे! आज वहीं कैदी बने IAS अधिकारी, जानें- पूरा मामला?
Jharkhand: जेल में नए बंदी के लिए जो भी औपचारिकताएं होती हैं उसे पूरा कराने के बाद अनिल कुमार को जेल के 3 नंबर सेल में रहने के लिए भेज दिया गया. सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें कैदी वार्ड में रखा गया है.
Jharkhand News: झारखंड के साहिबगंज (Sahibganj) में जंहा कभी आईएएस अनिल कुमार (Anil Kumar) तीन साल तक बतौर कार्यपालक दंडाधिकारी तैनात थे. वहीं अब वो उसी जेल में एक बंदी के रूप में हैं. दरअसल, आईएएस अनिल कुमार की पहली रात साहिबगंज मंडल जेल में बेचैनी में कटी. उन्हें सुरक्षा के मद्देनजर तीन नंबर सेल में रखा गया है. मंगलवार को यहां के सीजेएम कोर्ट में सरेंडर के बाद उन्हें दोपहर को न्यायिक हिरासत में मंडल जेल में पहुंचाया गया. बता दें कि, एक समय में अनिल कुमार यहां के जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से लेकर कई अन्य पदों पर रहे हैं.साथ ही वो बतौर अधीक्षक (सुपरिटेंडेंट) वे नवंबर 2009 से अक्टूबर 10 तक मंडल जेल के प्रभार में भी रहे हैं.
दरअसल, जेल में नए बंदी के लिए जो भी औपचारिकताएं होती हैं उसे पूरा कराने के बाद अनिल कुमार को सीधे जेल के तीन नंबर सेल में रहने के लिए भेज दिया गया. सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें कैदी वार्ड में रखा गया है. मंडल जेल में कुल दस सेल है. दो सेल में पहले से प्रकाशचंद्र यादव व अशोक यादव हैं. जेल सूत्रों ने बताया कि आइएएस अनिल को डायबिटिज की शिकायत है. उन्हें इन्सुलिन लेनी पड़ती है. लिहाजा उन्होंने जेल प्रशासन से खाने में चावल, आलू आदि नहीं देने का आग्रह किया. उनके आग्रह पर रात को खाने में उन्हें रोटी व भिंडी की सब्जी दी गई.
क्या है पूरा मामला?
तत्कालीन डीसी ने लिपिक दिलीप पांडेय के नियुक्ति संबंधी मामले की जांच तत्कालीन पंचायती राज पदाधिकारी अनिल कुमार को दिया था. जब यहां के एक व्यक्ति ने सूचना के अधिकार के तहत इस मामले में आवश्यक जानकारी मांगी तो पता चला कि दिलीप पांडेय की नियुक्ति संबंधी फाइल डीइओ ऑफिस में नहीं मिल. सूचना नहीं मिलने पर मामला राज्य सूचना आयोग में गया. आयोग के निर्देश पर तत्कालीन डीईओ भेलेरियन तिर्की ने तत्कालीन डीईओ सुशील कुमार राय व दिलीप पांडेय समेत पांच लोगों पर केस दर्ज कराया. पुलिस के अनुसंधान में डीपीआरओ अनिल कुमार व आरईओ सतीशचंद्र सिंकू का नाम बाद में शामिल किया गया. आईएएस अनिल कुमार को डायबिटिज की शिकायत रहने और इन्सुलिन लेने की वजह से जेल प्रशासन ने जेल के डॉक्टर से उनके नियमित डायट के बारे में सलाह मांगी है. जेल प्रशासन ने उनके हेल्थ चेकअप की भी रिपोर्ट मांगी है.
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