Jharkhand ED Raid: IAS छवि रंजन के दोस्त और रिश्तेदारों के कई टिकानों पर ED की छापेमारी, लैंड स्कैम केस से जुड़ा है मामला
Ranchi News: सेना की जमीन घोटाले के मामले में आईएसएस छवि रंजन से ईडी ने पूछताछ की. वहीं पूछताछ के बाद ईडी ने उनके रिश्तेदारों और ठेकेदार और दोस्त के यहां दबिश दी है.
Land Scam Case: झारखंड के रांची (Ranchi) और सरायकेला के पूर्व डीसी छवि रंजन (Chhavi Ranjan) के दो दोस्त और ठेकेदार पर ईडी ने शिकंजा कस दिया है. जमशेदपुर के रहने वाले जुगसलाई निवासी श्याम सिंह और बिस्टुपुर निवासी रवि सिंह भाटिया के आवास और दुकान पर ईडी की छापेमारी शुरु हो गई है. रवी सिंह भाटिया के आवास पर 8 सदस्य टीम और जुगसलाई निवासी श्याम सिंह के आवास पर 10 सदस्य टीम छापेमारी कर रही है. आपको बता दें कि, जमीन घोटाले के मामले में आईएसएस छवि रंजन से ईडी ने पूछताछ की. वहीं पूछताछ के बाद ईडी ने उनके रिश्तेदारों और ठेकेदार और दोस्त के यहां दबिश दी है. बताया जा रहा है कि जमशेदपुर के जमीन कारोबारी श्याम सिंह और रवि सिंह भाटीया छवि रंजन का काला धन ठिकाने लगाते थे. फिलहाल, ईडी पूछताछ कर रही है सूत्रों की मानें श्याम सिंह और रवि सिंह भाटिया के कंप्यूटर सहित बैंक अकाउंट को भी खंगाल रही है.
ईडी ने बुधवार को खेलगांव थानाक्षेत्र अंतर्गत गढ़ीगांव निवासी शेखर कुशवाहा, कोकर स्थित बैंक कॉलोनी निवासी प्रियरंजन सहाय, मोरहाबादी में सत्येंदु अपार्टमेंट में रहने वाले विपिन सिंह, पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) के जुगसलाई सफीगंज मोहल्ला निवासी श्याम सिंह और बिष्टुपुर (जमशेदपुर ), बड़गोनिया टावर निवासी रवि सिंह भाटिया के आवास पर छापा मारा है. इस बीच आयकर विभाग की टीम भी रांची के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. दरअसल, मणिकरण पावर के ठिकानों पर देशभर में आयकर विभाग का छापा पड़ा है. इसी सिलसिले में रांची के मोरहाबादी, अशोक नगर, बूटी मोड़ और खेलगांव में छापेमारी हो रही है.
दो दिन पहले छवि रंजन से हुई थी पूछताछ
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित अवैध भूमि सौदों में धनशोधन की जांच के सिलसिले में सोमवार को झारखंड (Jharkhand) कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी छवि रंजन (Chhavi Ranjan) से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की थी. 2011 बैच के आईएएस अधिकारी रंजन वर्तमान में राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं. इससे पहले एजेंसी ने रंजन से 13 अप्रैल को भी पूछताछ की थी, जब इस मामले में उनके और झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में कुछ अन्य के परिसरों में छापे मारे गए थे. ईडी ने इन छापेमारी के बाद झारखंड सरकार के एक अधिकारी समेत कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया था.