Khunti News: खूंटी में बेटियों ने किया कमाल, IAS ने की मदद तो 10 छात्राओं ने JEE मेन्स किया क्वालिफाई
Jharkhand: खूंटी जिला प्रशासन की ओर से अब इन छात्राओं को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कालामाटी में जेईई एडवांस परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी.
Jharkhand News: झारखंड के खूंटी (Khunti) में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की 10 छात्राओं ने जेईई मेन 2023 क्वालिफाई कर इलाके का नाम रोसन कर दिया. दरअसल, आईएएस और खूंटी के उपायुक्त शशि रंजन के प्रयास से छात्राओं ने यह सफलत पाई है. बता दें कि, स्कूल की मेधावी छात्राओं के लिए आईएएस और खूंटी के उपायुक्त शशि रंजन ने कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी. शैक्षणिक सत्र 2021-23 के दूसरे फेज में इंजीनियरिंग के लिए 18 और मेडिकल के लिए 39 छात्राएं तैयारी में जुटी थीं. इसमें से इंजीनियरिंग की 10 छात्राओं ने जेईई मेन्स की परीक्षा उत्तीर्ण की है, जिन छात्राओं ने परीक्षा में सफलता हासिल की उनमें एलिसा हास्सा, सोहनी बाखला और एजेंल सियोन टोपनो शामिल हैं.
इसके अलावा मेरी कण्डुलना, सरस्वती कुमारी, सुचिता सुरीन, पुष्पा कण्डुलना, संतोषी कुमारी, श्रुति कुमारी और निशा कुमारी को भी सफलता मिली है.दरअसल, खूंटी जिला प्रशासन की ओर से अब इन छात्राओं को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, कालामाटी में जेईई एडवांस परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी. इसके अलावा सभी छात्राओं को काउंसिंलिंग में जरूरी सहयोग प्रदान करते हुए उच्च शिक्षण संस्थानों में नामांकन दाखिला का प्रयास किया जाएगा. वहीं जेईई एडवांस परीक्षा में सफलता नहीं मिलने पर भी इन छात्राओं का नामांकन देश के अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेजों में संभव होगा. आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत खूंटी के छात्र-छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए इसकी शुरुआत की गई थी.
गरीब बच्चों के लिए शुरू की गई योजना
इसके तहत खूंटी के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के 11वीं और 12वीं की छात्राओं को विशेष सहयोग किया जा रहा हैं. छात्राओं को भौतिक, रसायन, जीवन विज्ञान और गणित विषय के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग की सुविधा दी जा रही हैं. बता दें कि, खूंटी के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली गरीब, अनाथ और एकल अभिभावक छात्राओं के लिए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. उपायुक्त शशि रंजन लगातार समय-समय पर खुद भी छात्र-छात्राओं से मिलकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहते हैं. जिला प्रशासन की ओर से इनके लिए निःशुल्क कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई. छात्राओं को प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान करियर प्वायंट, कोटा, राजस्थान और रांची शाखा के माध्यम से भी आवश्यक सहयोग मिला. इसके लिए जिला प्रशासन ने सारा खर्च खुद किया.