Jharkhand ED Seized Ship in Sahibganj: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने झारखंड (Jharkhand) में अवैध खनन माफिया (Illegal Mining Mafia) पर कार्रवाई करते हुए पानी का जहाज जब्त किया है. एक अधिकारी ने बताया कि, ईडी ने झारखंड में अवैध खनन (Illegal Mining) और जबरन वसूली से संबंधित मामले के संबंध में इंफ्रालिंक- 3 जहाज जब्त किया है. करीब 30 करोड़ रुपये के जहाज का कथित तौर पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के करीबी पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) इस्तेमाल कर रहे थे. जहाज सुकरगढ़ घाट, साहेबगंज से बिना किसी परमिट के अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था. ईडी की तरफ से कहा गया है कि, मंगलवार को किए गए एक तलाशी अभियान के दौरान पोत को जब्त कर लिया गया.
इस काम में होता था जहाज का उपयोग
अधिकारी ने कहा कि, राजेश यादव उर्फ दाहू यादव के कहने पर जहाज का संचालन पंकज मिश्रा और अन्य की मिलीभगत से अवैध रूप से खनन किए गए पत्थरों को ले जाने के लिए किया जा रहा था. अधिकारी ने बताया कि जहाज के मालिक के खिलाफ बंगाल फेरी एक्ट की धारा 25, 30 और आईपीसी की धारा 188, 282, 420 के तहत मुफस्सिल थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. इसी तरह इस संबंध में 26 जुलाई को आईपीसी की धारा 379 और 414 के तहत गिरवाबाड़ी, साहेबगंज में भी एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
अवैध खदान की पहचान की गई
अधिकारी ने कहा कि, "इसके अलावा, मौजा सिमरिया, साहेबगंज में बिष्णु यादव और अन्य के जरिए संचालित एक अवैध खदान की पहचान की गई है. मौजा डेम्बा, साहेबगंज में एक अन्य खदान की पहचान की गई है, जहां खनन पट्टे वाले क्षेत्र से बहुत आगे निकल गया है. खनन किए गए पत्थर के चिप्स का संसाधित मूल्य लगभग 45 करोड़ रुपये होने का अनुमान है."
एक्शन में है ED की टीम
ईडी की एक टीम झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जिला खनन कार्यालय, साहिबगंज, जिला वन कार्यालय, साहेबगंज और जिले के अन्य अधिकारियों के साथ संयुक्त सर्वेक्षण करने के लिए साहेबगंज जिले का दौरा कर रही है ताकि ऐसी अवैध खनन गतिविधियों के लाभार्थियों की पहचान करने और अवैध खनन गतिविधियों के माध्यम से प्राप्त आय की जांच की जा सके.
ED ने पंकज मिश्रा को किया था गिरफ्तार
ईडी ने पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था, उन्हें 1 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेजा गया था. ईडी ने 50 बैंक खातों में पड़ी 13.32 करोड़ रुपये की नकदी, 5.34 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी, अवैध रूप से संचालित स्टोन क्रशर और मिश्रा, यादव और उनके सहयोगियों से संबंधित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजों की जब्ती की थी.
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