Jharkhand: 3 वर्षों में मारे गए 51 Naxalites, कई कमांडरों समेत 1526 नक्सलियों को किया गया गिरफ्तार
Ranchi News: बीते 3 वर्षों में पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. इस दौरान झारखंड में 51 नक्सली मारे गए हैं जबकि शीर्ष कमांडरों समेत 1526 नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया गया है.
![Jharkhand: 3 वर्षों में मारे गए 51 Naxalites, कई कमांडरों समेत 1526 नक्सलियों को किया गया गिरफ्तार jharkhand in past 3 years 1526 naxalites arrested and 51 killed in state, know in details Jharkhand: 3 वर्षों में मारे गए 51 Naxalites, कई कमांडरों समेत 1526 नक्सलियों को किया गया गिरफ्तार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/16/a0b25e2980a9c74f1c3db336d3de43b01660628811895135_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Naxalites In Jharkhand: झारखंड (Jharkhand) में 2019 से 2022 के बीच पिछले 3 वर्षों में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कुल 51 नक्सली (Naxalites) मारे जा चुके हैं जबकि कई शीर्ष कमांडरों समेत 1526 नक्सलियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस महानिदेशक ने इस बारे में जानकारी दी है. स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के अवसर पर पुलिस मुख्यालय में झंडोत्तोलन के बाद अपने संबोधन में राज्य के पुलिस महानिदेशक नीरज सिन्हा (Neeraj Sinha) ने बताया कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई में पिछले 3 वर्षों में कुल 51 नक्सली विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गए हैं.
बरामद किए गए हथियार
सिन्हा ने कहा कि गिरफ्तार नक्सलियों में एक पोलित ब्यूरो सदस्य, एक सेंट्रल कमेटी सदस्य, 3 स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य, एक क्षेत्रीय कमेटी सदस्य, 12 जोनल कमांडर, 30 सब-जोनल कमांडर और 61 एरिया कमांडर शामिल हैं. उन्होंने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने कुल 136 पुलिस हथियार, 40 नियमित हथियार, 590 देशी हथियार, 37541- कारतूस, 1048-आईईडी एवं 9616 डेटोनेटर भी बरामद किए.
आत्मसमपर्ण एवं पुनवार्स नीति का दिखा प्रभाव
नीरज सिन्हा ने बताया कि नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए बनाए गए आत्मसमपर्ण एवं पुनवार्स नीति का भी सकारात्मक प्रभाव रहा है, जिसके तहत कुल 57 शीर्ष नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में झारखंड राज्य में सक्रिय चरमपंथी संगठनों के क्रियाकलापों पर निगरानी रखने के लिए एक विशेष कार्य दल के रूप में साइबर निगरानी प्रकोष्ठ का गठन किया गया है.
शहीदों को किया नमन
अधिकारी ने कहा कि, ''सबसे पहले मैं झारखंड पुलिस और झारखंड में काम कर रहे केन्द्रीय सशस्त्र बलों के उन शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बगैर कर्त्तव्य की बलिवेदी पर अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया.''
ये भी पढ़ें:
Jharkhand: बोकारो पुलिस लाइन में झंडा फहराने के दौरान करंट की चपेट में आने से एक की मौत, 2 घायल
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![रुमान हाशमी, वरिष्ठ पत्रकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/e4a9eaf90f4980de05631c081223bb0f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)