ED Action News: राजधानी रांची (Ranchi) से लेकर झारखंड के कई जिलों में जांच एजेंसियों (Investigative Agencies) ने बड़ी करवाई की है. इन जांच एजेंसियों को सफलता मिलते भी देखा गया है. लेकिन, अब सीबीआई (CBI) और ईडी (ED) की दबिश से कई अधिकारियों के हाथ पाव फूलते दिखाई पड़ रहे है.
आईएएस पूजा सिंघल को जाना पड़ा जेल
कुछ दिनों पहले ईडी की कार्रवाई झारखंड की तेज तर्रार माने जाने वाली आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को जेल तक जाना पड़ा था. उसी बीच विशाल चौधरी का नाम भी मीडिया में छाया रहा. विशाल चौधरी के रिश्ते झारखंड केडर के कई आईपीएस और आईएएस अधिकारियों के साथ काफी करीबी बताये जाते रहे हैं. बिशाल चौधरी आईएएस राजीव अरुण एक्का का काफी करीबी भी माना जाता है.
पूर्व सीएम ने किया था विशाल चौधरी का खुलासा
यह विशाल चौधरी वही व्यक्ति है, जिसके खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने वीडियो जारी कर कई गंभीर आरोप लगाये थे. उक्त वीडियो में राजीव और अरुण एक्का विशाल चौधरी के दफ्तर में कुछ फाइल्स पर काम करते दिखाई दे रहे थे. इस वीडियो पर झारखंड सरकार ने गंभीरता दिखाते हुए राजीव अरुण एक्का को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के पद से हटा दिया था.
अधिकारियों के सहयोग से कमाता था कड़ोड़ों रुपये
ईडी ने छापेमारी के द्वारान विशाल चौधरी के अशोक नगर स्थित घर से कई तरह के डिजिटल उपकरण भी बरामद किये थे. इनमें पेन ड्राइव,हार्ड डिस्क, मोबाइल और लेपटॉप जैसे उपकरण शामिल है. अब जो जानकारी मिल रही है, उस आधार को सच माना जाए तो इन उपकरणों से कई अहम जानकारियां जांच एजेंसियों को प्राप्त हो रही हैं.
राजनीतिक दलों और अधिकारियों के मिले सुराग
विशाल चौधरी के पास से बरामद सबूतों में कई अधिकारियों और राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के ओडियो और वीडियो क्लिप्स मौजूद हैं, जिसकी सत्यता की जांच के लिये फोरेंसिक लैब लिये भेज दिया गया है. ये आगे चल कर जांच एजंसियों के लिये बड़े सबूत के तौर पर इस्तेमाल किए जाएंगे. आरोप यह भी है कि विशाल चौधरी इन अधिकारियों के सहयोग से कई नेटवर्क चलाया करता था. आरोप यह भी है कि विशाल ने कोरोना महामारी के द्वारान मेडिकल किट की सप्लाई कर कड़ोड़ों रुपये की कमाई की थी.
यह भी पढ़ें: Jharkhand: साल भर पहले हुई भाई की मौत, विधवा भाभी की मांग में देवर ने भरा सिंदूर, घर में फिर लौटीं खुशियां