Jharkhand News: जेएमएम ने केंद्र पर लगाया सरकार को अस्थिर करने आरोप, जिला मुख्यालयों पर किया प्रदर्शन
झारखंड मुक्ति मोर्चा की पूर्वी सिंहभूम जिला इकाई ने केंद्र सरकार के द्वारा कथित तौर पर झारखंड सरकार को अस्थिर करने के खिलाफ सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना दिया.
Ranchi: केंद्र की सरकार पर झारखंड की हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार को बदनाम और अस्थिर करने की साजिश का आरोप लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सोमवार को रांची सहित राज्य के कई जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किया. रांची में प्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे झामुमो के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र सरकार विभिन्न एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर जनता की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र कर रही है. ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों की कार्रवाई के पीछे पूर्वाग्रह प्रेरित मंशा साफ जाहिर हो गयी है.
केद्र कर रही है सरकारी उपक्रमों का इस्तेमाल
भट्टाचार्य ने कहा कि बीजेपी जब राजनीतिक लड़ाई नहीं लड़ सकती है तो अपने सरकारी उपक्रमों का इस्तेमाल कर चुनी हुई सरकार को बदनाम करने की कोशिश करती है. झामुमो ऐसा होने नहीं देगा. हम लोग आगे भी लड़ाई जारी रखेंगे. झामुमो नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार विभिन्न मोचरें पर अपनी विफलताओं से बौखला गयी है. महंगाई, बेरोजगारी, किसानों और मजदूरों से जुड़े मुद्दों से लोगों का ध्यान बंटाने के लिए झारखंड के साथ-साथ दूसरे राज्यों में भी इस तरह के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. प्रदर्शन में झामुमो की महिला नेत्री महुआ माजी, राकेश कुमार, मधु मंसूरी, केंद्रीय सदस्य समनूर मंसूरी सहित सैकड़ों नेता-कार्यकर्ता शामिल रहे.
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इन जिलों में दिया धरना
भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि केंद्र ने राज्य सरकार को हटाने पर आमादा है. इसके लिए कथित रूप से हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री के खिलाफ जांच इसी का हिस्सा है. धरना में विधायक मंगल कालिंदी, मोहन कर्मकार, हिदायतुल्लाह खान, प्रमोद लाल, शेख बदरुद्दीन सहित अनेक बड़े नेता शामिल हुए. जमशेदपुर, गिरिडीह, सरायकेला-खरसावां, चाईबासा सहित कई अन्य जिलों में झामुमो के विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर धरना दिया.
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