Land Scam In Jharkhand: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने कोलकाता (Kolkata) में जमीन के फर्जी  कागजात तैयार करने और बेचने के आरोप में रिम्स (Rajendra Institute of Medical Sciences) के थर्ड ग्रेड कर्मी अफसर अली और अन्य छह आरोपियों से  पूछताछ की थी. इस  पूछताछ  के बाद घोटाले की आंच झारखंड (Jharkhand) के दूसरे जिलों में फैल गई है. 


जांच के लिए ई़डी की बनाई गई अलग टीम


अब  ईडी रांची (Ranchi),रामगढ़ (Ramgarh) हजारीबाग (Hazaribagh),खूंटी (Khunti),जमशेजपुर (Jamshedpur) और देवघर (Deoghar) जिले में भी उन जमीनों की डीड की जांच करेगा, जो कोलकाता में बनाई गई है. इतना ही नहीं रांची के पूर्व डीसी छवी रंजन (Chhavi Ranjan) के कार्यकाल में जिन गैर मजरुआ जमिने रजिस्ट्रर्ड की गईं इडी उनकी भी जांच करेगा. जमीन घोटाले के मामले में रांची के पूर्व डीसी छवी रंजन को भी ईडी ने शुक्रवार को पूछताछ के  लिए बुलाया है. लेकिन वो आज पेश नहीं होंगे. उन्होंने आवेदन देकर दो हफ्तों का समय मांगा है.  इस जमीन घोटाले की जांच के लिए ई़डी की एक अलग टीम बनाई गई है. वहीं इडी द्वारा सदर बड़गाई, हेहल, अरगोड़ा, नामकुम और कांके अंचल में हुई बड़े फ्लैटों की खरीद- बीक्री का भी डाटा खंगाला जा रहा है.


अफसर अली को ईडी ने किया था गिरफ्तार


बता दें सेना की जमीन को अवैध तरीके से बेचे जाने के आरोप में रिम्स के थर्ड ग्रेड कर्मी अफसर अली से 13 अप्रैल को जमीन घोटाले में पूछताछ की थी और इसी दिन उसे गिरफ्तार भी कर लिया था. इसके बाद रिम्स रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के रेडियोग्राफर अफसर अली को  13 अप्रैल को ही निलंबित कर दिया था. इस मामले में रिम्स ने सूचना जारी की. इस सूचना में बताया गया कि ईडी  ने अफसर अली को जिस दिन गिरफ्तार किया, उसी दिन उसे निलंबित कर दिया गया. रिम्स अस्पताल प्रशासन ने उसके खिलाफ अनुसानात्मक कार्यवाई के भी आदेश दिए हैं.


Dumka: दुमका पुलिस ने किया अवैध चिप्स व्यापार का किया भंडाफोड़, ड्राइवर सहित चार गिरफ्तार