Jharkhand News: जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समर्थन में कथित तौर पर झांकी निकालकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि मामले को लेकर एक आदिवासी संगठन के कुल 26 लोगों पर केस दर्ज किया गया है. बता दें कि कथित तौर पर केंद्रीय सरना समिति (केएसएस) के सदस्यों ने गुरुवार को 'सरहुल' उत्सव के दौरान एक झांकी निकाली गई, जिसमें हेमंत सोरेन को जेल की सलाखों के पीछे दिखाया गया था उसके बाहर ईडी और सीबीआई अधिकारियों को दिखाया गया था.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में 31 जनवरी को हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में हैं. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मजिस्ट्रेट विनय कुमार की लिखित शिकायत के आधार पर रांची के कोतवाली पुलिस स्टेशन में 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया यह एक राजनीतिक अभियान का हिस्सा लगता है. जबकि आचार संहिता लागू है.
FIR में केएसएस अध्यक्ष का नाम भी शामिल
पुलिस की तरफ से जिन 26 लोगों के खिलाफ आचार संहिता का उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है. उसमें केएसएस के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की का भी नाम शामिल है. फूलचंद तिर्की ने आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि संगठन द्वारा झांकी नहीं निकाली गई थी. हम इस तरह की किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं थे. संगठन का नाम स्पष्ट रूप से केंद्रीय सरना समिति भारत बताया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि केएसएस ने घटना की गहन जांच करने के लिए रांची प्रशासन को पत्र लिखा है.
‘आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए’
मामले को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. झारखंड बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि झांकी निकालना आचार संहिता का उल्लंघन है. जिन लोगों की तरफ से कुकृत्य किया गया है उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि पर्दे के पीछे से जिन लोगों ने इस तरफ का काम करवाया है उनके भी नापाक चेहरे को आगे लाने की जरूरत है.
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