Jharkhand Politics News: झारखंड कांग्रेस (Congress) के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय सिंह यादव (Ajay Singh Yadav) ने शनिवार को कांग्रेस भवन, रांची में प्रेस कांफ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, बीजेपी ने आदिवासी के नाम पर वोट मांगा. इसके बाद अब उन्हीं का अपमान भी कर रही है. संसद के नए भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को बुलाया तक नहीं गया है. इसमें बीजेपी का आदिवासी प्रेम साफ दिख रहा है. इसकी वजह से कांग्रेस के अलावा कई विपक्ष दलों ने संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने से ही इनकार किया है. 


यादव ने केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर नौ सवाल भी पूछे और प्रधानमंत्री व गृह मंत्री से इसका जवाब मांगा. कैप्टन यादव ने कहा कि चुनावी फायदे के लिए बंटवारे की राजनीति हो रही है और सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि 2016 में नोटबंदी करने के सात साल बाद फिर से नोटबंदी कर दी गई है. कालेधन को सफेद करने के लिए 2000 रुपये के नोट को बैन किया जा रहा है. ये नोट बिना आईडी के ही बैंकों में पर जमा कराए जा रहे हैं. इससे कैसे पता चलेगा कि किसके पास कितने में 2000 रुपए के नोट पड़े थे.


'बेरोजगारी 40 फीसदी पर आ गई'
कैप्टन यादव ने कहा कि अडानी समेत कई बैंक डिफॉल्टर को लोन माफ किया जा रहा है, लेकिन किसानों का लोन नहीं माफ हो रहा है. उन्होंने कहा कि नौ साल से लगातार केंद्र में बीजेपी की सरकार है. ऐसे में अर्थव्यवस्था चरमरा गई. बेरोजगारी 40 फीसदी पर आ गई. 64 फीसदी जीएसटी गरीबों से लिया जा रहा है, जबकि बड़े कॉरपोरेट से मात्र चार फीसदी लिया जा रहा है. आटा-दाल तक की कीमतें बढ़ीं. नौ सालों में किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई. कैप्टन अजय सिंह यादव ने चीन व राष्ट्रीय सुरक्षा, कोरोना मिस मैनेजमेंट का भी मामला उठाया.


बीजेपी ने किया पलटवार
वहीं बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी प्रदीप वर्मा ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस को बदलता और विकसित होता भारत बर्दाश्त नहीं हो रहा है. पार्टी मुख्यालय में हुई प्रेस वार्ता में वर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का मतलब कट, कमीशन और करप्शन है. इसके नेता कई सवालों के घेर में हैं, ऐसे में वे लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता इन्हें एक बार फिर जवाब देगी. वर्मा ने कहा कि भगवान राम, राम सेतु, हमारे वीर सैनिक, सर्जिकल स्ट्राइक आदि विषयों पर सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस को जनता समझ चुकी है. झारखंड के कांग्रेस नेताओं को बताना चाहिए कि राज्य में आकंठ भ्रष्टाचार क्यों व्याप्त है?


खनिजों की लूट क्यों हो रही है? हमारी बहन-बेटियों पर क्यों संगठित अत्याचार बढ़े हैं. आदिवासी बहनों के साथ हो रहे लव जेहाद और उनकी हत्या पर वे क्यों चुप हैं? कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि प्रतिवर्ष पांच लाख रोजगार देने, किसानों की ऋण माफी, बेरोजगारी भत्ता, मुफ्त बिजली जैसी घोषणाओं का क्या हुआ. बता दें कि, प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक और प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह भी उपस्थित रहे.



यह भी पढ़ें: Jharkhand: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दौरे से पहले तैयार किया गया रूट प्लान, इन रास्तों से गए तो खड़ी हो सकती है परेशानी