Jharkhand News: झारखंड बीजेपी (BJP) प्रदेश कार्यालय में शनिवार को पाकुड़ जिले के पाकुड़िया प्रखंड प्रमुख कालीदास मरांडी (Kalidas Marandi) ने अपने कई समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए. कालीदास मरांडी के साथ सदस्यता ग्रहण करने वालों में मोहल पहाड़ी पंचायत समिति सदस्य जतन मरांडी, राजपोखर के पूर्व मुखिया ढेना मरांडी, बसंतपुर के पूर्व मुखिया कालीदास मुर्मू, समाजसेवी सागर मुर्मू, श्रीलाल मुर्मू, मिखाइल हेंब्रम, एनाइल हेंब्रम, महेश्वर टुड्डू, राकेश मरांडी आदि प्रमुख हैं. बीजेपी ने दावा किया है कि इस अवसर पर शामिल होने वाले नेताओं में झामुमो के दर्जन भर नेता शामिल थे.


इन नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने अंगवस्त्र पहनाकर सदस्यता दिलाई. इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा, पाकुड़ बीजेपी जिलाध्यक्ष अमृत पांडेय, जिला उपाध्यक्ष तपन मंडल आदि शामिल थे. मिलन समारोह में दीपक प्रकाश ने कहा कि राज्य की दुर्दशा देखकर अब झामुमो के समर्पित कार्यकर्ताओं में भी बेचैनी है. वे भी भ्रष्टाचार और परिवारवाद से झारखंड को मुक्ति दिलाना चाहते हैं. झारखंड के हित की चिंता करने वाले, झारखंड को विकसित राज्य की श्रेणी में खड़ा करने वाले लोग बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं.


नेताओं ने कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का लिया संकल्प
इसके पहले संथाल परगना के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सुफल मरांडी ने भी अपने समर्थकों के साथ बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी. पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वालों ने प्रदेश कार्यालय में पार्टी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की. उन्होंने पूरे संथाल परगना में बीजेपी के जनाधार को बढ़ाने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गांव, गरीब, किसान, मजदूर के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प व्यक्त किया. बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछा है कि क्या यह संभव है कि सीएम की सहमति बिना कोई अफसर किसी दलाल से पूछ कर काम करे और आपको इसका पता भी न चले. मरांडी ने शनिवार को सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री से पांच सवालों के जवाब मांगे.


मरांडी के सीएम से पांच सवाल


1. आपको प्रेम प्रकाश के काले साम्राज्य पता था या तब जाना जब आपके घर के सुरक्षा कर्मी की एके-47 उसके घर से ईडी ने बरामद किया? 
2. आपको राज्य की खुफिया एजेंसी ने नहीं बताया कि प्रेम प्रकाश के घर रात के अंधेरे में कुछ आईएएस/आईपीएस दरबार लगते थे? 
3. आपको किसी ने नहीं बताया कि प्रशासन व पुलिस के कुछ अफसर सीधे प्रेम प्रकाश के निर्देश पर सारे गलत काम किया करते थे?
4. आपको पता नहीं था कि अमित अग्रवाल का एजेंट था प्रेम प्रकाश? 
5. क्या यह संभव है कि बिना आपकी अनुमति या सहमति के कोई अफसर किसी दलाल से निर्देश पर काम कर रहा था?


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