झारखंड पुलिस ने 15 लाख के इनामी और दर्जनों नक्सली वारदात में वांटेड माओवादी नक्सली कृष्णा हांसदा को गिरफ्तार कर लिया है. पिछले साल माओवादियों के थिंक टैंक एक करोड़ के इनामी प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद वह पारसनाथ पहाड़ी जोन की कमान संभाल रहा था और इस इलाके में नक्सलियों का सबसे बड़ा कमांडर था.  बताया जा रहा है कि उसे गिरिडीह जिले के डुमरी थाना अंतर्गत फतेहपुर में अर्धसैनिक बलों और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान पकड़ा गया है. 


पुलिस ने अभी कृष्णा की गिरफ्तारी की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है, लेकिन भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार कृष्णा की गिरफ्तारी के साथ कई हथियार भी बरामद किए गए हैं.  पिछले कई सालों से झारखंड पुलिस को उसकी तलाश थी.  हाल के दिनों में भी झारखंड पुलिस और सुरक्षाबलों ने धनबाद व गिरिडीह का सीमावर्ती क्षेत्र पहाड़ के तलहटी में बसे ढोलकठा, सिमराढाब, चिरूवाबेड़ा कल्याणपुर, चैनपुर समेत दर्जनों गांव में सर्च अभियान चलाया था. 


झारखंड पुलिस को सूचना मिली थी कि कृष्णा हांसदा अपने दस्ते के साथ पारसनाथ पहाड़ की तलहटी के गांव में कैंप कर रहा था.  इसके बाद पूरी तैयारी के साथ पुलिस तथा सुरक्षाबलों ने इस इलाके में अभियान चलाया. 


सर्च अभियान की भनक नक्सलियों को मिल गई, जिसके कारण उस वक्त वह पकड़ा नहीं जा सका था.  हाल के दिनों में पारसनाथ जोन और गिरिडीह में हुई तमाम नक्सली वारदात में कृष्णा हांसदा के दस्ते का ही हाथ रहा है.  कृष्णा मूल रूप से गिरिडीह जिले के पीरटांड का रहने वाला है.  उसे नक्सली संगठन में अविनाश और सौरभ के नाम से भी जाना जाता रहा है.