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रांची में दर्ज FIR के बाद बन्ना गुप्ता ने सरयू राय पर साधा निशाना, 'उन्हें झूठ बोलकर गुमराह करने की आदत'

Jharkhand Politics: पूर्व मंत्री सरयू राय पर एक मामले में रांची में शिकायत दर्ज होने के बाद झारखंड में सियासी पारा हाई हो गया. कांग्रेस ने सरयू राय पर करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है.

Jharkhand News Today: झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी दलों में खींचतान शुरू हो गई है. इसी क्रम में रविवार (8 सितंबर) को जमशेदपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस के सीनियर नेता और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सरयू राय पर जमकर जुबानी हमला बोला.

दरअसल, पूर्व मंत्री सरयू राय पर एक मामले में रांची में केस दर्ज कराया गया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरयू राय को विश्वास के साथ झूठ बोलकर गुमराह करने की आदत है. उन्होंने कहा कि इसी वजह से वह नब्बे के दशक से झारखंड की धरती पर सफेदपॉश बनकर ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं. 

स्वास्थ्य मंत्री ने मांगी पांच मुकदमों की डीटेल
हेमंत सोरेन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, "वे (सरयू राय) कहते हैं कि उनके ऊपर पांच मुकदमे दायर किए जा चुके हैं, जिन पर कारवाई नहीं हुई और वे बेदाग हैं." उन्होंने पूर्व मंत्री सरयू राय से उन पांच मुकदमों की डीटेल जानकारी और स्टेटस रिपोर्ट जारी करने की मांग की है.

कांग्रेस नेता और कैबिनेट मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, "सरयू राय पर डोरंडा थाना रांची में स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के जरिये 2 मई 2022 मुकदमा दायर किया गया था, इस मामले में आरोप पत्र गठित किया जा चुका है." उन्होंने कहा कि एमपी एमएलए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए 13 सितंबर तक हाजिर होने को कहा है. 

मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि 30 अगस्त 2024 को सरयू राय से जुड़ी उनकी महिला मित्र मधु और उनके साथियों पर रांची के कोर्ट में सुखो मुखी के जरिये शिकायतवाद संख्या 0025274/2024 दायर की गई है, जो किसी ग्राम्या नामक संस्था से जुड़ा मामला है. उन्होंने दावा किया कि ग्राम्या संस्था के संस्थापक अध्यक्ष सरयू राय थे.

'बीपीडीपी में किया लाखों रुपये का गबन'
बन्ना गुप्ता के मुताबिक, "सरयू राय ने गुमला में संचालित तत्कालीन बिहार पठार विकास परियोजना (बीपीडीपी) के तहत किसानों की भूमि पर सिंचाई कूपों के निर्माण में मिले लाखों रुपये में कथित भ्रष्टाचार किया." उन्होंने बताया कि ये योजना आज तक पूरी नहीं हुई है.

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया, "सरयू राय और मधु ने अपने दो संस्थाओं ग्राम्या और युगांतर भारती के माध्यम से गुमला में अलग-अलग विभागों में कई काम किया था." उन्होंने कहा, "इन दोनों संस्थाओं को दिए गए काम और भुगतान की अंतिम फाइल अभी तक नहीं मिली है. सरयू राय ने मधु के माध्यम से लाखों रुपये का अनुचित लाभ प्राप्त किया."

सरयू राय पर बन्ना गुप्ता ने लगाए ये आरोप
बन्ना गुप्ता ने दावा किया कि "अपने आपराधिक कृत्यों को छिपाने के लिए फाइलों पर नजर रखना, उनकी जासूसी करवाना, फाइलों को दबवा देना, प्राथमिकी में व्हाइटनर लगवा कर अपना नाम हटवा देना, यह सब सरयू राय की प्रवृति रही है." उन्होंने आरोप लगाया कि "वह बड़े आत्मविश्वास के साथ झूठ बोलते हैं और एक झूठ को सौ बार बोलते हैं, जिससे उनका बोला हुआ झूठ भी सच लगने लगे."

सरयू राय और उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने वाले शिकायतकर्ता मनोज सिंह से संबंधों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कई सवाल खड़े किए. उन्होंने पूर्व मंत्री सरयू राय से पूछा कि क्या उनके ग्राम्या संस्था से संबंध रहा है या नहीं?

पूर्व सांसद अजय कुमार ने लगाए ये आरोप
इसी क्रम में रविवार (8 सितंबर) को जमशेदपुर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व सांसद अजय कुमार ने पूर्व सीएम मुख्यमंत्री रघुवर दास और सरयू राय पर जमकर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब उस समय खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय आहार (आहार पत्रिका) का आनंद ले रहे थे, उस समय पूर्व सीएम रघुवर दास चॉकलेट खाकर हाथी उड़ा रहे थे. 

कांग्रेस नेता अजय कुमार ने कहा, "दूसरों के भ्रष्टाचार उजागर करने में माहिर सरयू राय झूठ बोलने में उस्ताद हैं. जानकारी होने के बावजूद सिर्फ वही बात सार्वजनिक करते है जिससे उनको फायदा हो." 

डॉ अजय कुमार ने कहा कि रांची के अरगोड़ा निवासी मनोज सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व मंत्री सरयू राय 3 करोड़ 38 लाख 26 हजार 473 रुपये की अनियमितताओं में शामिल हैं. 

'सरयू राय का बाबा कंप्यूटर से है करीबी रिश्ता'
कांग्रेस के पूर्व सांसद अजय कुमार ने दावा किया कि "सरयू राय का बाबा कंप्यूटर से बहुत करीबी रिश्ता है. बाबा कंप्यूटर को दिया गया काम बाजार मूल्य और सरकार के जरिये निर्धारित दर से आठ गुना अधिक था, जो कि भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है." 

उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा, "खाद्य बुलेटिन आहार पत्रिका मामले को दबाने की मंशा से अपने करीबी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सुनील शंकर को रिटायर होने से कुछ दिन पहले धनबाद में तैनात किया गया. सरयू राय बताएं कि ऐसा क्यों किया गया?

'ईमानदार होने का मुखौटा उतर गया'
डॉ अजय ने कहा, "अभी तक ईमानदार होने का मुखौटा लगाए सरयू राय का असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है." उन्होंने कहा कि "एनजीटी मामले में भी सरयू राय ने जानकारी होने के बावजूद लोगों को धोखा देने का काम किया. जब मैंने एनजीटी के ऑर्डर की कॉपी सावर्जनिक की तब उन्होंने स्वीकार किया कि अर्जुन मुंडा ने ही एनजीटी में शिकायत की थी."

सरयू राय पर दर्ज हुआ ये केस
आहार पत्रिका मामले में सरयू राय पर अनियमितता के आरोप लगे हैं. इस संबंध में सरयू राय समेत चार लोगों के खिलाफ रांची पुलिस ने भ्रष्टाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. रांची के अरगोड़ा थाना पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 403, 406, 408, 409, 420 और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 7, 11, 12 एवं 13(2) के अंतर्गत केस रजिस्टर किया है.

ये भी पढ़ें: झारखंड के पूर्व मंत्री सरयू राय की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, रांची पुलिस ने इस मामले में दर्ज की FIR

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