Jharkhand: पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की 137वीं जयंती, मंत्री चंपई सोरने ने दी श्रद्धांजलि
Jharkhand News: भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद (Dr Rajendra Prasad) की 137वीं जयंती के अवसर पर झारखंड सरकार में मंत्री चंपई सोरने (Champai Soren) ने श्रद्धांजलि दी है.
![Jharkhand: पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की 137वीं जयंती, मंत्री चंपई सोरने ने दी श्रद्धांजलि Jharkhand minister Champai Soren pay tributes to first president Dr rajendra prasad on his 137th birth anniversary Jharkhand: पूर्व राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की 137वीं जयंती, मंत्री चंपई सोरने ने दी श्रद्धांजलि](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/12/03/ee707fdff21d545534a71174f4878539_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Dr Rajendra Prasad Birth Anniversary: भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद (Dr Rajendra Prasad) की आज 137वीं जयंती है. डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति और महान स्वतंत्रता सेनानी (Freedom Fighter) थे. वो भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष के रूप में भी प्रमुख भूमिका निभाई थी. डॉ राजेंद्र प्रसाद ने भारतीय संविधान (Indian Constitution) के निर्माण में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था. 1950 में संविधान सभा की आखिरी बैठक में वो राष्ट्रपति (President) चुने गए और 26 जनवरी 1950 से 13 मई 1962 तक देश के पहले राष्ट्रपति रहे.
चंपई सोरेन ने श्रद्धांजलि दी श्रद्धांजलि
भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की 137वीं जयंती के मौके पर झारखंड के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने श्रद्धांजलि दी है. चंपई सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि, 'महान स्वतंत्रता सेनानी, सादगी व सरलता के प्रतीक, भारत के प्रथम राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी की जयंती पर, उन्हें शत-शत नमन.'
महान स्वतंत्रता सेनानी, सादगी व सरलता के प्रतीक, भारत के प्रथम राष्ट्रपति, भारत रत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी की जयंती पर, उन्हें शत-शत नमन। pic.twitter.com/E4Zy1uf7Ba
— Champai Soren (@ChampaiSoren) December 3, 2021
2 बार रहे राष्ट्रपति
बिहार में 3 दिसंबर 1884 को जन्मे डॉ राजेंद्र प्रसाद भारत के एकमात्र राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने 2 कार्यकाल के लिए अपनी सेवाएं दी. स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. उनके जीवन पर बुद्ध और गांधी का गहरा असर था. देश आज उनकी 137 वीं जयंती मना रहा है. उनके विद्वता की चर्चा हर जगह होती है. उनका जन्म बिहार के सीवान जिले के जीरादेई गांव में हुआ था.
ये भी पढ़ें:
Jharkhand में 15 दिसंबर से शुरू होगी धान की खरीद, किसानों तत्काल दी जाएगी 50 प्रतिशत राशि
Dhanbad Mosque: जमीन में लगी आग के चलते मस्जिद जमींदोज, जानें- सबसे हैरान करने वाली बात
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)