Jharkhand Politics News: झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी मंत्री बनने के बाद पहली बार बुधवार (21 अगस्त) को जमशेदपुर पहुंचे. इस दौरान उनके साथ उनके कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक भी थे. इरफान अंसारी ने कहा कि उन्होंने बिष्टुपुर स्थित चुना शाह बाबा में मन्नत मांगी थी, जिसके लिए वह अब माथा टेकने आए हैं.
इस दौरान इरफान अंसारी ने मीडिया से भी बातचीत की. झारखंड में मची सियासी हलचल को लेकर किए गए सवाल पर इरफान अंसारी ने कहा, "कांग्रेस, राजद और झारखंड मुक्ति मोर्चा में हम सब लोग एकजुट हैं और यहां पर भी हमारे साथ चार-पांच विधायक मौजूद हैं."
इरफान अंसारी क्या कहा?
इरफान अंसारी ने एक और सवाल का जवाब देते हुए कहा, "हेमंत सोरेन ने चंपाई सोरेन पर विश्वास किया है और उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का काम किया. जब हेमंत सोरेन जेल गए तो चंपाई सोरेन पर ही विश्वास किया, चाहते तो बसंत सोरेन, कल्पना सोरेन या किसी और को भी मुख्यमंत्री बना सकते थे, लेकिन उन्होंने बड़ा दिल दिखाया और चंपाई सोरेन पर भरोसा जताया."
मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि अगर हमें मौका मिला तो हम चंपाई सोरेन और हेमंत सोरेन के बीच पुल बनने का काम करेंगे. इरफान अंसारी का यह भी कहना है कि सरकार की सेहत पर कोई खतरा नहीं है. न ही गठबंधन दल में कोई टूट की संभावना है. उन्होंने कहा कि गठबंधन पूरी मजबूती के साथ खड़ी है और आने वाले 2024 में फिर से बहुमत के साथ झारखंड में गठबंधन की सरकार बनेगी.
दरअसल, झारखंड मुक्ति मोर्चा से खुली बगावत के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि चंपाई सोरेन बीजेपी में शामिल होंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. चंपाई सोरेन सियासी उटापटक के बीच अलग पार्टी बनाने का ऐलान किया है. साथ ही यह भी कहा है कि उन्हें राह में जो साथी मिलेंगे उनको भी वह साथ ले लेंगे.