Jharkhand News: झारखंड के जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय (Saryu Roy) ने आज चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चिमनलाल भालोठिया के सभागार में प्रेस कांफ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, जमशेदपुर के दो ऐसे शख्सियत हैं जो अपने गुर्गों के माध्यम से मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला बताकर लोगों को दिगभ्रमित कर रहे हैं. बता दें कि, इनमें से एक वर्तमान में झारखंड सरकार में मंत्री हैं और दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री हैं और ये दोनों आपस में मिले हुए हैं. सरयू राय ने कहा कि, मैं दोनों ही शख्सियत को चुनौती देता हूं कि आप को मेरे खिलाफ जहां जाना है जाइए मैं आरटीआई से 3,151 रुपया खर्च करके सारे कागजात निकाल चुका हूं. उन दोनों को मैं यह कहना चाहता हूं कि आपको या आपके गुर्गों को जब भी कागजात देखना है देख सकते हैं.
सरयू राय ने कहा कि मैं एक साल से यह सुनकर परेशान हो गया हूं कि, मेरे खिलाफ एक ही मामले को लेकर अपने गुर्गों के माध्यम से एबीपी न्यूज से जांच, राज्यपाल और मंत्रियों से भ्रष्टाचार जांच करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन उून जगहों से भी उन लोगों को मेरे खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला. जिससे जांच में कोई मामला ही नहीं बन पाया है. पुर्व मुख्यमंत्री के गुर्गों ने जनहित याचिका दायर की, लेकिन हाई कोर्ट ने याचिका निरस्त कर दिया. साथ ही कहा कि आप उचित फोरम में ले आएं, लेकिन मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सचिव न्यायालय के आदेश को तोड़-मरोड़कर वाट्सएप और सोशल मीडिया में परोस रहे हैं कि, न्यायालय ने सरयू राय पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.
इन मामलों में नहीं दिया गया जवाब
सरयू राय ने आगे कहा कि इन दोनों शख्सियतों की भ्रष्टाचारी का लेखा जोखा झारखंड के कमिश्नरी स्तर पर प्रेस कांफ्रेंस कर जनता के बीच जानकारी दी जाएगी. सरयू राय ने कहा कि 2010 से 2020 तक के सोनमंडप के सरकारी राजस्व की जो लूट हुई वह किसके हाथों में पड़ी है. इतनी बड़ी राशि करोड़ों रुपये के राजस्व की हेराफेरी की गई है. इसकी जांच भी विभागीय स्तर पर चल रही है. सरयू राय ने कहा कि झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री कोविड प्रोत्साहन घोटाला, दवाई घोटाला और ट्रांसफर पोस्टिंग में हेराफेरी के मामले को लेकर कोई भी जबाब नहीं दिया गया है. जबकि इन सभी मामलों का विधानसभा में प्रश्न उठाया जा चुका है, लेकिन उचित फोरम पर सरकार ने अब तक कोई उत्तर नहीं दिया है.