Jharkhand Simdega Mob Lynching: झारखंड (Jharkhand) के सिमडेगा (Simdega) जिले में युवक को पत्थरों और लाठियों से मारने के बाद आग के हवाले करने के मामले में 13 नामजद समेत कुल 38 लोगों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है. इस बीच, मृतक संजू प्रधान (Sanju Pradhan) की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उसने मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों से पति को बचाने गुहार लगाई थी लेकिन कोई मदद नहीं मिली. उसका दावा है कि भीड़ ने जब संजू को जलाया तब वो जिंदा था. इस घटना को सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने भी गंभीरता ले लिया है. सीएम ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया है.
जानें- क्या बोली पत्नी
मामले को लेकर मृतक की पत्नी का कहना है कि, मंगलवार दोपहर लाठी-डंडों से लैस दर्जनों लोग उसके घर पर आ धमके और उसके पति को जबरन उठा कर ले गए. संजू को ले जाने वाले लोग पास के बंबलकेरा के रहने वाले थे. भीड़ ने संजू को पंचायत में ले जाकर उस पर पेड़ की कटाई का आरोप लगाते हुए मारना शुरू कर दिया. परिवार का कहना है कि संजू इलाके में गोकशी और जुए का विरोध करता था और इसलिए उस पर पेड़ काटने का झूठा आरोप लगाया गया. सपना ने उपायुक्त और एसपी से कहा कि लोगों को इस घटना के लिए उकसाने के पीछे ग्राम प्रधान का हाथ है.
इस बात को लेकर नाराज थे लेग
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि, गांव के लोग जंगल से पेड़ों की कटाई करने के कारण संजू प्रधान से नाराज थे. उसे कई बार पेड़ों की कटाई के लिए मना किया गया था. बताया जा रहा है कि उसके बारे में वन विभाग से भी शिकायत की गई थी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. इस बीच मंगलवार दोपहर कुछ ग्रामीणों ने संजू प्रधान को पकड़कर उसकी पिटाई शुरू कर दी, जिसके बाद मौके पर भारी संख्या में लोग जुट गए. बुरी तरह पिटाई के बाद कुछ लोगों ने संजू को पकड़कर उसे कपड़ों में आग लगा दी.
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